छात्रों की इच्छा पुलिस और सेना में जाने की
कई छात्रों की इच्छा होती है कि वह पुलिस और सेना में जाए और इसके लिए उन्हें फिजिकल टेस्ट पास करना होता है। इस टेस्ट को पास करने के लिए ट्रेनिंग की आवश्यकता होती है। लेकिन यही ट्रेनिंग देने में कई संस्थाएं मोटी रकम वसूल करती हैं। इसी ट्रेनिंग को पूरा करने में पटना के अनिकेत कुमार मदद करा रहे हैं। वह सिर्फ 11 रुपए गुरु दक्षिणा लेकर ऐसे युवाओं का सपना पूरा करने में जुटे हैं।

ट्यूशन पढ़ाकर ट्रेनिंग के लिए खरीदे इक्विपमेंट
साल 2018 में अनिकेत ने भागलपुर के एक रिटायर्ड सैन्य अधिकारी से 6 महीने की ट्रेनिंग ली है। वे स्वयं भी सेना में जाने की तैयारी में जुटे हुए हैं। वह बताते हैं कि जब वे गर्दनीबाग हाई स्कूल ग्राउंड में दौड़ने जाते थे तब वह कई छात्र ऐसे आते थे जिनसे ट्रेनिंग के लिए 2500 से 3500 रुपए लिए जाते थे। इतने पैसे ना होने की वजह से कई छात्र ट्रेनिंग वंचित रह जाते थे। यह सब देखने के बाद भी अनिकेत के दिमाग में ख्याल आया कि क्यों ना इन बच्चों की मदद करें। उन्होंने अपने ट्यूशन पढ़ाने के पैसे इकट्ठा किए जिनमें से उन्होंने 2200 रुपए में 16 पाउंड के दो गोले खरीदे और उसके साथ ही उन्होंने डिफेंस एकेडमी खोल दी। उनके कुछ परिजनों और दोस्तों ने ₹15000 देकर उन्हें जम्प का गद्दा मंगवाया ऐसे ही अनिकेत ने पूरी एकेडमी खोली।
पुलिस में 100 से ज्यादा अभ्यर्थियों का हुआ चयन

अनिकेत ने अपने इस पहल से एक मिसाल खड़ा कर दिया है। साल 2020 में अनिकेत की इसी एकेडमी से प्रशिक्षण हासिल कर चुके 100 से ज्यादा अभ्यर्थियों का बिहार पुलिस में चयन हो चुका है। इन अभ्यर्थियों में अभी भी कई युवा है जो ट्रेनिंग ले रहे हैं जिनमें अनुपम, सन्नी, नेहा, सिंपल वर्मा, गौरव पांडे, विकास पासवान आदि शामिल है।
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पुलिस और सेना की ट्रेनिंग पूरे सप्ताह भर चलती है

उनके द्वारा दी जा रही है ट्रेनिंग पूरे सप्ताह भर चलती है। इस ट्रेनिंग की शुरुआत सुबह 6:30 बजे से 9:00 बजे तक होती है। वही शाम को 4:00 से 6:00 बजे तक यह ट्रेनिंग दी जाती है। यदि कोई भी अभ्यर्थी इस ट्रेनिंग का हिस्सा बनना चाहता है तो उसके लिए जरूरी है कि वह गरीब परिवार से हो। इसका हिस्सा बनने के लिए अभ्यर्थियों को दो फोटो एक पहचान पत्र जमा करना होता है। अनिकेत इस संबंध में कहते हैं कि जैसे ही उनकी नौकरी लग जाएगी वैसे ही डिफेंस में भी एक अच्छा प्रशिक्षक रखकर इसे जारी रखा जाएगा जिससे आर्थिक रूप से कमजोर युवा अपने सपनों को साकार कर सके और यहां से फिजिकल ट्रेनिंग ले सके।