बिहार चुनाव के पहले चरण में जदयू और राजद की ओर से सबसे ज्यादा 11 दागी उम्मीदवार व उनकी पत्नियां मैदान में
बिहार चुनाव में 11 दागी उम्मीदवार व उनकी पत्नियां मैदान में
बिहार चुनाव में भले ही सरकार बनने पर अपराध कम करने , विकास पर ध्यान देने, सभी को न्याय दिलवाने आदि वादों के साथ राजनीतिक पार्टियाँ चुनाव के मैदान में उतर चुकी है। लेकिन हम ज़मीनी हकीक़त देखे तो सच कुछ और ही नजर आता है।
चाहे वह सुशासन बाबू कहे जाने वाले वर्तमान मुख्यमंत्री नीतिश कुमार की पार्टी जदयू हो या फिर लालू प्रसाद की राजद सबका हाल एक जैसा ही है।
बिहार चुनाव में पहले चरण के मतदान के की नामांकन प्रक्रिया पूरी
पहले चरण के मतदान के की नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी हैं। अगर हम राजद और जदयू के उम्मीदवारों पर नजर डाले तो हमे बाहुबलियों और अपराधियों की पत्नियों का दबदबा साफ नजर आता हैं। बिहार की दोनों मुख्य पार्टियों की पहली पसंद ऐसे लोग ही हैं।
आंकड़ों पर नजर डाले तो बिहार विधानसभा चुनाव में कुल 243 सीटों में से पहले चरण के लिए 72 सीटों पर मतदान 28 अक्टूबर को होना है। और इन 72 सीटों में से लगभग 11 सीटों पर राजद और जदयू ने बाहुबली और अपराधियों की पत्नियाँ चुनाव मैदान में उतारा है। जबकि मुख्य राष्ट्रीय पार्टियाँ भाजपा और कांग्रेस ने ऐसे कम ही लोगो को टिकट दिया हैं।
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बिहार चुनाव में हत्या, रंगदारी, बलात्कार, धोखाधड़ी, मार पीट जैसे आरोपियों को भी मिला टिकट
अगर हम उन 11 उम्मीदवारों की बात करे तो वह लोग कोई छोटे मोटे अपराधी या बाहुबली नहीं है। उनमें से कई लोगो पर राष्ट्रीय जांच एजेंसियाँ भी जांच कर रही है।
अनंत सिंह उर्फ छोटे सरकार
अभी 7 लोगो की हत्या के मामले में जेल में है लेकिन फिर भी राजद ने इन्हे मोकामा से अपना उम्मीदवार बनाया हैं। आपराधिक रिकॉर्ड की वजह से अगर उनकी उम्मीदवारी अगर रद्द होती है तो भी इससे बचने के लिए उनकी पत्नी नीलम देवी ने भी निर्दलीय प्रत्याशी बनकर नामांकन भरा है।
सुनील पांडेय
इनपर हत्या का आरोप हैै और कथित तौर पर एके-47 रखने के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) भी जांच कर चुकी हैं।
रीतलाल यादव
यह एक कुख्यात गैंगस्टर हैै और पूर्व एमएलसी भी रह चुका है । हाल ही में जेल से रिहा हुआ है, राजद ने इसे दानपुर सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है।
रामा सिंह की पत्नी वीणा सिंह
हत्या और अपहरण जैसे मामले के आरोपी बाहुबली रामा सिंह की पत्नी को राजद ने वैशाली जिले की महनार सीट से उम्मीवार बनाया हैं।
राज बल्लभ यादव की पत्नी विभा देवी
पूर्व विधायक राज बल्लभ यादव नाबालिक लड़की से बलात्कार के मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद से जेल में है. उन पर अवैध खनन, जबरन वसूली और अपहरण के आरोप भी हैं। राजद ने नवादा सीट इस बार उनकी पत्नी को उम्मीदवार बनाया है।इसके जैसे और भी कई नाम हैं जो इस बार अपनी किस्मत आज़मा रहे हैं।
दागियों की लोकप्रियता के कारण जीतने की संभावना ज्यादा
राजनीतिक पार्टियों के नजर में ऐसे बाहुबली और अपराधी योग्य इसलिए होते है क्योंकि ये लोग अपने क्षेत्र में काफी लोकप्रिय होते है। ऐसे लोग अपने क्षेत्र में खुद की रोबिन्हुड जैसी छवि बना कर रखते है और सामाजिक कार्य जैसे सामूहिक विवाह, धार्मिक आयोजनों में दान आदि काम करवा कर सक्रिय रहते है और अपना दबदबा बनाए रखते है। क्षेत्र के लोग भी इन्हे ही ज्यादा पसंद करते है और इसलिए उनकी जीत की संभावना भी ज्यादा रहती हैं।