बिहार में पहले चरण के मतदान में मुंगेर जिले की एक बूथ पर ईवीएम में गड़बड़ी
पहले चरण के लिए मतदान 28 अक्टूबर को संपन्न
बिहार विधानसभा चुनाव में पहले चरण के लिए मतदान 28 अक्टूबर को संपन्न हो गया। चुनाव में मतदान की शुरुआत के साथ ही ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की शिकायतें भी आनी शुरू हो गई हैं। खबर के मुताबिक, बिहार के मुंगेर सदर विधानसभा सीट के एक बूथ में राजद उम्मीदवार के चिन्ह लालटेन के आगे बटन ही मौजूद नहीं था।
जिसके चलते 3 घंटे से ज्यादा वक्त तक बिना राजद के चुनाव चिन्ह के आगे बटन जे ही मतदान चलता रहा। इस पूरे मामले पर जब मतदाताओं ने लगातार शिकायतें की, तब लगभग तीन घंटे के बाद ईवीएम को बदला गया। इससे साफ पता चलता है कि मतदान शुरु होने के बाद तीन घंटे तक राजद उम्मीदवार के खाते में एक भी वोट नहीं गया।
महादेवपुर सीट के पहले चरण का मतदान
महादेवपुर सीट के पीठासीन अधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि ईवीएम में बटन तो था लेकिन क्लिप नहीं थी,जिसे बाद में बदल भी दिया गया था। मुंगेर जिले के तीनों सीट पर लगभग 43 प्रतिशत के मतदान की रिपोर्ट आयी है। जिसमें महादेव पुर में 42 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस बूथ पर कुल 639 वोटर है।
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मुंगेर में 15 ,जमालपुर में 19 और तारापुर में 25 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हुई
इस पूरे मामले में मुंगेर सदर विधानसभा सीट राजद उम्मीदवार अविनाश कुमार विद्यार्थी ने चुनाव प्रभारी शिशिर कुमार लालू पर एक तरफा मतदान कराए जाने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
राजद उमीदवार ने कहा है कि जब मतदान शुरू हुआ और उनके नाम के आगे बटन मौजूद नहीं था। तो इसकी शिकायत चुनाव प्रभारी से की गई थी। लेकिन इसके बावजूद उन्होंने मशीन बदले जाने तक मतदान नहीं रोका। और उनकी शिकायत को अनसुना करते देख जब स्थानीय लोग गुस्से में आ गए। तो लोगों ने इसकी जानकारी मीडिया को दी मीडिया के हस्तक्षेप के बाद वहां पर ईवीएम को बदला गया। वहीं इस मामले में एक राजद नेता ने भी आरोप लगाया है कि जानबूझकर उस बूथ पर खराब ईवीएम रखा गया। क्यूंकि नीतीश सरकार ये जान चुकी है कि इस बार उनकी हार होगी।
राजद का एकतरफा मतदान करने का आरोप
बताते चले कि इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन और एनडीए के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। लेकिन इसी बीच एक बार फिर ईवीएम में गड़बड़ी की खबर सामने आई है। जिसकी वजह से चुनाव नतीजों के वक़्त बड़ा विवाद खड़ा हो सकता है। क्योंकी भाजपा पर इससे पहले भी ईवीएम के साथ छेड़छाड़ के आरोप लग चुके हैं। बिहार चुनाव में राजद लगातार बैलट पेपर से चुनाव करवाने की मांग कर रही थीं।