सरकार को Q2 की तुलना में Q3 में जीडीपी के बेहतर परिणाम की उम्मीद
Q3 के जीडीपी के बेहतर परिणाम की उम्मीद
सरकार को Q3 में जीडीपी के विभिन्न आर्थिक गतिविधियों के संकेतकों में सुधार के कारण बेहतर परिणाम की उम्मीद है। वित्त मंत्रालय ने नवंबर के लिए अपनी मासिक आर्थिक समीक्षा में कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था के अक्टूबर-दिसंबर (Q3) में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।हालंकि वित्त मंत्रालय ने “सतर्क आशावाद” की आवश्यकता पर जोर दिया है। क्योंकि इसमें एक बड़ा जोखिम covid -19 की दूसरी लहर को लेकर है।
मंत्रालय ने कहा है कि अप्रैल-जून तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में रिकॉर्ड संकुचन के दोहराने की “संभावना नहीं” है। समीक्षा में बताया गया है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार के साथ सितंबर से परे प्रमुख संकेतकों में निरंतर वृद्धि Q3 में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद जगाती है। दूसरी ओर सकल घरेलू उत्पाद में जीडीपी में कम-अनुमानित संकुचन काफी हद तक मजबूत निजी क्षेत्र के प्रदर्शन के कारण था। यहां तक कि Q2 में सरकारी उपभोग व्यय भी 16.4 प्रतिशत के मुकाबले Q1 में 22.2 प्रतिशत था।
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राजस्व में गिरावट को देखते हुए राजकोषीय स्थिति को मजबूत करने का प्रयास
जानकारी के अनुसार वित्त वर्ष 2020-21 के पहले सात महीनों के लिए सेंटर्स के कुल व्यय में 0.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई और वित्त वर्ष 2019-20 बीई (बजट अनुमान) के 54.6 प्रतिशत रहा है। पिछले साल की तुलना में अप्रैल से अक्टूबर 2020 के दौरान राजस्व व्यय में 0.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई और पूंजीगत व्यय 1.9 प्रतिशत घट गया।
ग़ौरतलब है कि अक्टूबर में बिजली की खपत में वृद्धि दर्ज़ हुई है जो नवंबर में 3.5 प्रतिशत की दर से बढ़ी है। इसके साथ ही समीक्षा में बताया गया है कि सरकार द्वारा घोषित आर्थिक सहायता पैकेजों से अर्थव्यवस्था को लाभ हुआ है और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत नौकरियों की मांग नवंबर में 47.2 प्रतिशत की सालाना वृद्धि के साथ भी बढ़ी है।