बिहार में स्कूली छात्रों में कोविड -19 संक्रमण का खतरा, सरकार ने की स्कूलों में अनियमित परीक्षण की योजना
बिहार के स्कूली छात्रों में कोविड -19 संक्रमण का चला पता
बता दें कि एक परीक्षण शिविर के दौरान मुंगेर के स्कूल में छात्रों में कोविड -19 संक्रमण पाए जाने की खबर सामने आई है। खबर मिलते ही बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने अब छात्रों और राज्य भर के स्कूलों के कर्मचारी ,शिक्षकों ,बच्चों के लिए अनियमित परीक्षण का फैसला लिया है।
जानकारी के मुताबिक़ मुंगेर जिले के असरगंज ब्लॉक के लाल बहादुर शास्त्री किसान हाई स्कूल में गुरुवार को शिक्षकों और एक चपरासी के अलावा 15 छात्रों का परीक्षण सकारात्मक पाया गया है। ये सभी छात्र कक्षा 9 वीं के हैं। इस मामले के सामने आते ही जिला प्रशासन ने स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही शिक्षा विभाग के निदेशक, अनुसंधान और प्रशिक्षण, बिनोदानंद झा ने बताया कि विभाग इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमने स्कूलों में छात्रों और शिक्षकों के यादृच्छिक परीक्षण के लिए स्वास्थ्य विभाग से अनुरोध किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि स्कूल चलें मगर कोविद प्रोटोकॉल का पालन करने में कोई कमी न रखी जाए।
झा ने बताया कि अब तक केवल एक स्कूल में छात्रों के बीच कोविड -19 सकारात्मक मामलों की सूचना पाई गई थी। उन्होंने बताया कि किलकारी में एक बच्चे को कोविड -19 पॉजिटिव पाया गया था । जिसके बाद संस्था को बंद किया गया था और संस्था को पूरी तरह से स्क्रीनिंग और स्वच्छता के बाद ही खोला गया था। इसलिए अब सभी स्कूलों में भी इसका पालन किया जाना चाहिए।
और पढ़ें :किसानों व सरकार के बीच 8वे दौर की वार्ता जारी, विज्ञान भवन पहुँचे मंत्री
कोविड -19 प्रोटोकॉल के अनुसार आवश्यक कदमों को लेते हुए अभी स्कूल को किया बंद
विभाग के उप निदेशक अमित कुमार ने बताया कि मुंगेर स्कूल में कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार सभी आवश्यक कदम लिए गए हैं एवं स्कूल को बंद कर दिया गया है। ग़ौरतलब है कि बिहार राज्य में स्कूल और कॉलेज जो सब महामारी के कारण मार्च 2020 से बंद थे। वे सब सरकारी आदेश से 4 जनवरी से खोले गए हैं। इतना ही नहीं शुक्रवार यानी आज से बिहार विद्यालय परीक्षा बोर्ड की व्यावहारिक परीक्षाएं भी शुरू हो गई हैं। जिसमें राज्य भर के लाखों छात्र परीक्षा देने वाले हैं।
वहां गया जिले के सरैया ब्लॉक के अंतर्गत अपग्रेडेड हाई स्कूल खिजरसराय में भी स्कूल के हेडमास्टर के कोविड -19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद तुरंत ही स्कूल को बंद करना पड़ा है। इसी बीच महत्वपूर्ण यह भी है कि कोविड -19 प्रसार के दोनों उदाहरण ग्रामीण क्षेत्रों से पाए गए हैं। वहीं माध्यमिक कक्षाओं के बाद अब सरकार को 18 जनवरी से अन्य स्कूल खोलने पर विचार करना होगा। जो कि एक बड़ी चुनौती होने वाली है।
बता दें कि सरकार ने गुरुवार से राज्य भर में शैक्षणिक गतिविधियों का औचक निरीक्षण शुरू किया है और निरीक्षण के दौरान अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि कोविड -19 दिशा निर्देश यानी जैसे वैकल्पिक दिनों पर छात्रों की केवल 50% उपस्थिति, मास्क एवं हैंड वॉश का उपयोग तथा अन्य सभी सावधानियों और आवश्यक सुविधाओं का सख्ती से पालन किया जाए।