भारत में 2021-22 के बजट के लिए किन पहलुओं पर किया जाना चाहिए विचार
सरकार 2021-22 के बजट की तैयारी में जुटी
भारत अपने वित्त वर्ष 2021-22 के बजट की तैयारी करने में जोरों शोरों पर लगा हुआ है और इसी बीच महत्वपूर्ण है कि सरकार अभी कोविड-19 महामारी से निपटने में अतिरिक्त खर्च की भरपाई के लिए कोविड-19 सेस या सरचार्ज लगाने की विचार करने में भी जुटी हुई है।
जानकारी के मुताबिक़ इस साल वैक्सीन पर होने वाले खर्च को भी इसमें शामिल किया जाना है। जिस वजह से सरकार के खर्च में भारी मात्रा में तेजी आने की उम्मीद की जा सकती है। हालांकि सरकार ने बताया है कि सेस या सरचार्ज के रूप में नया कर लगाने के विषय में अंतिम फैसला बजट के नज़दीक ही लिया जाने वाला है।
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साल 2020 को किया Covid -19 ने बुरी तरह से हिट,1 फरवरी को होगा बजट पेश
बता दें कि बजट को 1 फरवरी पेश किया जाना है। वहीं इस मामले पर इंडस्ट्री ने मांग की है कि कोई नया टैक्स नहीं लगाया जाना चाहिए कारण इकॉनमी पहले ही काफ़ी दवाब में चल रही है। इसी के साथ विशेषज्ञों ने भी नए टैक्स को लगाने का पूर्ण विरोध किया है। उनके हिसाब से इसके लिए अभी सही वक्त नहीं है।
ग़ौरतलब है कि पाए गए आंकड़ों के अनुसार अभी केवल 24 प्रतिशत परिवारों के पास ही इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध है और वहीं ग्रामीण भारत में यह केवल 4 प्रतिशत लोगों के पास है। इसी के साथ कुछ घरों में जिन लोगों के पास इंटरनेट है। वहां महिलाओं की पहुंच बहुत कम पाई गई है एवं केवल मात्र तैंतीस प्रतिशत महिलाएं ही इंटरनेट का उपयोग कर पा रही हैं। वहीं ग्रामीण भारत में यह आंकड़ा केवल मात्र 28 प्रतिशत देखा गया है। इन सभी मामलों के अलावा विडंबना तो यह है कि साल 2020 को Covid -19 ने बहुत ही बुरे ढंग से चोट पहुंचाया है। जिस वजह से पूरी अर्थव्यवस्था बिगड़ी हुई है और इस बिगड़ी हुई अर्थव्यवस्था को संभालना काफ़ी कठिन हो सकता है।