कोलकाता में मैनहोल की सफाई के दौरान 4 मजदूरों की मौत
मैनहोल सफाई के दौरान 4 मजदूरों की मौत
कोलकाता के कूधघाट में मैनहोल की सफाई करने उतरे 7 श्रमिक मजदूरों में से चार की मौत हो गई और बाकी तीन की हालत गंभीर है। सूत्रों के मुताबिक यह घटना बृहस्पतिवार दोपहर 12:30 पर ऐकायतन क्लब के पास पूर्बा पुटिआरी पंप हाउस में भूमिगत ड्रेनेज सिस्टम के निर्माण के दौरान घटी।
बचाव टीम ने मैनहोल से कुल 7 मजदूरों को निकाला था। उनमें से दो को एसएसकेएम अस्पताल और दो अन्य को बाघाजतीन अस्पताल ने मृत घोषित कर दिया। तीन अन्य श्रमिक मजदूरों को गंभीर चोटें आई हैं जिनका फिलहाल इलाज बाघाजतीन अस्पताल में किया जा रहा है। मृतकों की पहचान जहांगीर आलम, लियाकत अली, साबिर हुसैन और मोहम्मद आलमगीर के रूप में हुई है। यह सभी मजदूर पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के रहने वाले थे।
पुलिस ने बताया मैनहोल के अंदर पानी के प्रभाव में बहने से हुई मौत
इस घटना पर पुलिस ने अपना बयान दिया है। उन्होंने बताया कि जब सातों मजदूर मैनुअल की सफाई करने उतरे थे तो बहाव कम करने के लिए पानी की आपूर्ति बंद नहीं की गई थी। सूत्रों के अनुसार चारु मजदूर पानी के प्रभाव में बह गए। घटना के बाद स्थिति का जायजा लेने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री अरूप विश्वास भी मौके पर पहुंचे। मीडिया एजेंसी के मुताबिक ड्रेनेज सिस्टम में पाइप जोड़ने और मरम्मत का काम चल रहा था और इसीलिए श्रमिक मैनहोल की सफाई करने उतरे थे। उनके अंदर जाने के करीब 1 घंटे बाद जब कोई आवाज नहीं आई तो बाहर खड़े ठेकेदार ने आवाज लगाई लेकिन उस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। इसके फौरन बाद पुलिस को घटना की सूचना दी गई। मौके पर फायर ब्रिगेड और आपदा प्रबंधन की टीमें पहुंची और सातों मजदूरों को अचेत हालत में बाहर निकाला।
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इलाके के उपायुक्त ने बताया पुलिस ने जांच शुरू कर दी है
इलाके के उपायुक्त रशीद मुनीर खान ने बताया कि रीजेंट पार्क पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है वहीं दूसरी तरफ मैन हुई की सफाई करने उतरे मजदूर बेहोश कैसे हुए विशेषज्ञ इसकी भी जांच कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में मामला पूरा साफ हो पाएगा कि किस कारण की इतनी बड़ी घटना घटी। मौके पर पहुंचे बंगाल सरकार के मंत्री ने मृतकों के परिवार को मुआवजा देने की बात कही है। मैनहोल की ऐसी घटना भारत में बहुत आम हो चुकी है। आए दिन हमारे मजदूर इसकी वजह से अपनी जान गवा रहें हैं।सरकार को इस विषय में चिंतन करने की जरूरत है और जितनी जल्दी हो सके समाधान निकालने की भी बेहद जरूरत है।