बेगूसराय के ग्रामीण इलाकों में दिव्यांग बच्चों को पेंशन का लाभ नहीं मिल पा रहा था. लगभग 6-7 साल से उनकी पेंशन बंद थी. सभी लोग थक-हार कर बैठ चुके थे. डेमोक्रेटिक चरखा के द्वारा इस रिपोर्ट को दिखाए जाने के बाद जिला प्रशासन के द्वारा इस विषय पर संज्ञान लिया गया और बेगूसराय जिले के दिव्यांग बच्चों को पेंशन की सुविधा दी जाने लगी.