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मलाही पकरी में लाठीचार्ज से मृत राजेश ठाकुर के परिवार को मुआवज़ा, निगम में मिलेगी नौकरी

5 अक्टूबर 2021 को पटना में मेट्रो के काम को आगे बढ़ाने के लिए मलाही पकरी के पास मौजूद एक बस्ती को पुलिस ने दमनात्मक करवाई करते हुए तोड़ दिया और उसे पूरी बस्ती में आग लगा दी. पुलिस की इस कारवाई में कई लोगों को गंभीर चोट आई. उसी बस्ती के किनारे राजेश ठाकुर एक चाय की दुकान चलाते थे और पुलिस के लाठीचार्ज में उनके सिर पर गंभीर चोट आई. अगले ही दिन सुबह 4 बजे राजेश ठाकुर की मौत हो गयी. डेमोक्रेटिक चरखा ने इस मामले में एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है जिसे आप नीच क्लिक करके देख सकते हैं.

स्थानीय विधायक अरुण कुमार सिन्हा

पुलिस की इस कारवाई के बाद डेमोक्रेटिक चरखा की टीम ने स्थानीय विधायक अरुण कुमार सिन्हा से इस मामले पर इंटरव्यू लिया जिसके बाद विधायक अरुण कुमार सिन्हा ने ये कहा कि

“आपके माध्यम से ये पूरा मामला मेरे संज्ञान में आया है मुझे इससे पहले कोई जानकारी नहीं थी. अभी तत्काल मैं सरकारी अधिकारियों से बात करके जो भी मुमकिन मदद होगी उसके तरफ़ जाने का काम करेंगे”

विश्वजीत कुमार भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के एक कार्यकर्ता हैं और बस्तियों को बसाने को लेकर आंदोलन का नेतृत्व भी करते हैं. राजेश ठाकुर की मृत्यु के बाद विश्वजीत कुमार ने बस्ती के लोगों के साथ आंदोलन की शुरुआत की थी. विश्वजीत कुमार ने भी डेमोक्रेटिक चरखा के सहयोग के बारे में कहा

“आज के समय में मीडिया तो ख़बर छाप कर फिर भूल जाती है कि क्या हुआ था. लेकिन आप लोगों का रिपोर्टिंग के बाद भी फॉलो अप लेना और बदलाव के लिए काम करना ये दर्शाता है कि मीडिया में बड़ा बदलाव आएगा”

डेमोक्रेटिक चरखा की रिपोर्ट के बाद राजेश ठाकुर के परिजनों को 4 लाख रूपए दुर्घटना सहायता राशि और 1 लाख रूपए असंगठित मज़दूर लाभ योजना के तहत कुल 5 लाख रूपए की राशि बतौर मुआवज़ा दिया गया है. इसके अलावा तत्काल तौर पर कबीर अन्त्योष्टि योजना के तहत 23 हज़ार रूपए दिए गए थे. साथ ही अधिकारियों ने ये भी वादा किया है कि जल्द ही राजेश ठाकुर के परिवार में से एक व्यक्ति को पटना नगर निगम में नौकरी दी जायेगी.

हालांकि मलाही पकरी में लोगों को उजाड़ देने के बाद सरकार ने ये वादा किया है कि जल्द ही पूरी बस्ती को दुबारा बसाया जाएगा. इसके लिए एक प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी, पटना से भी वार्ता के लिए गया था. वार्ता में शामिल सरस्वती देवी ने बताया कि

“हम लोगों ने बस्ती को दुबारा बसाने की मांग की है और 4 जगहों का प्रस्ताव दिया गया है. एक जगह है मलाही पकरी में ही रेनबो फील्ड के पास, अन्य जगह फुलवारी, संपतचक और दीघा है. उम्मीद है हमें जल्द बसाया जाएगा”

इसके अलावा जिन पुलिस वालों के लाठीचार्ज से राजेश ठाकुर की मौत हुई है उन पुलिस अफ़सर पर भी जल्द ही कारवाई करने की भी बात कही गयी है. डेमोक्रेटिक चरखा से बात करते हुए पत्रकार नगर थाना के पुलिस निरीक्षक मनोरंजन भारती ने कहा है कि

“मलाही पकरी में जो व्यक्ति की मौत हुई है उसकी जांच हम लोग कर रहे हैं और ये यकीन दिलाते हैं कि जल्द ही दोषियों पर कारवाई करेंगे”

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