हाईकोर्ट से सुरक्षा मिलने के बावजूद ऑनर किलिंग की घटना सामने आई 

राजस्थान से एक हैरान करने वाली ऑनर किलिंग की घटना सामने आई है। जानकारी के मुताबिक़ एक लड़की की उसके ही पिता ने इसलिए हत्या कर दी क्योंकि वह एक दलित लड़के से शादी करना चाहती थी। इस पूरी घटना में पुलिस की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे है क्योंकी इस जोड़े को हाईकोर्ट ने पुलिस सुरक्षा देने का आदेश दिया था।

दोनों ने घर छोड़कर हाईकोर्ट से सुरक्षा मांगी थी

यह पूरी घटना राजस्थान के दौसा जिले की है। पीड़िता की उम्र 18 साल  थी और वह  एक लड़के से शादी करना चाहती थी जो दलित समुदाय से आता है। लड़की के  पिता इसके खिलाफ़ थे। इसी वजह से लड़की के घर वालों ने उसकी किसी और से शादी भी करा दी थी लेकिन वो अपने प्रेमी के साथ चली गई। इसके बाद गुरुवार को पिता ने खुद थाने पहुंच कर हत्या की बात क़बूल की।

बरामद शव में  गला घोंटने के निशान थे- एसपी 
ऑनर किलिंग बिहार प्रेम-प्रसंग में युवक-युवती की स्वजनों ने ही चाकू गोद की हत्या, एक ही चिता पर शव रख लगा दी आग - Techno Update | DailyHunt

जिला पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि पिता शंकर लाल सैनी ने बुधवार को पुलिस को बताया कि उसने अपनी बेटी पिंकी की हत्या दौसा शहर में अपने घर पर की थी। एसपी ने कहा कि शंकर लाल सैनी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज़ किया गया है। उन्होंने कहा कि अपराध में अन्य व्यक्तियों की संभावित संलिप्तता की जांच की जा रही है।

एफ़आईआर में आईपीसी की कई धाराओं के साथ एससी/ एसटी जुड़ी धारा भी लगाई गई

एफआईआर में अपहरण, आपराधिक धमकी और चोरी सहित आईपीसी की धाराओं के तहत दर्ज़ की गई। एससी / एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धाराओं में  रोशन के परिवार ने आरोप लगाया कि शंकर लाल सैनी और दूसरे ने जातिवादी गालियों का इस्तेमाल करते हुए उन्हें गाली दी उनके घर को क्षतिग्रस्त कर दिया, 1.2 लाख रुपये चुरा लिए और पिंकी को जबरन उठा लिया।

राजस्थान से पहले यूपी से भी हाल ही में ऐसा मामला आया था सामने
Honor Killing Girl Student killed in Meerut

बता दें कि ऐसा ही दर्दनाक मामला बुधवार को उत्तर प्रदेश के हरदोई से आया था। यहां एक पिता ने अपनी बेटी के प्रेम संबंध के चलते उसका सिर काटकर हत्या कर दी थी।

कार्यकर्ताओं और नागरिक समाज समूहों ने पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की

एनसीआरबी की बात करे तो इसका आखिरी डेटा 2017 का है जो 2019 में जारी हुआ था उसमें ऑनर किलिंग का कोई आंकड़ा नहीं दिया गया है। उसकी जगह उन्‍होंने नई प्रेम के नाम पर होने वाली हत्‍याओं की कैटेगरी जोड़ी। 

एनसीआरबी का आखिरी बार 2016 में जारी ऑनर किलिंग का आंकड़ा इस देश की एक भयावह तस्‍वीर दिखाता है। 2016 में देश भर में ऑनर किलिंग के 77 मामले दर्ज़ किए गए। उसके एक साल पहले 2015 में ऑनर के नाम पर 251 लोगों की हत्‍या हुई। ऑनर किलिंग के मामले में उत्‍तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा सबसे आगे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *