मोतिहारी में महावीरी जुलूस के दौरान पथराव, दो समुदायों में हिंसक झड़प

बिहार में नागपंचमी के अवसर पर निकलने वाले महावीरी जुलूस पर पथराव की घटनाये सामने आई हैं. मोतिहारी और बगहा जिले में दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प

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पल्लवी कुमारी
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मोतिहारी में महावीरी जुलूस के दौरान पथराव, दो समुदायों में हिंसक झड़प

बिहार में नागपंचमी के अवसर पर निकलने वाले महावीरी जुलूस पर पथराव की घटनाये सामने आई हैं. मोतिहारी और बगहा जिले में दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प होने के बाद स्थिति ज़्यादा खराब हो गयी. बताया जा रहा है कि जुलूस निकाले जाने के दौरान दो पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया. दूसरे पक्ष के लोगों ने जुलूस पर पथराव कर दिया था. जिसके बाद स्थिति बिगड़ने लगी और दोनों तरफ़ से पथराव शुरू हो गया.

मोतिहारी में महावीरी जुलूस

उपद्रवियों ने पथराव के साथ-साथ निजी संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचाया है. इस हिंसक झड़प में 12 लोग घायल हो गये. घायलों में जुलूस में शामिल व्यक्ति के साथ-साथ पुलिस और पत्रकार भी शामिल हैं.

बगहा में जुलूस को रास्ता नहीं देने से शुरू हुई झड़प

सोमवार को नागपंचमी के अवसर पर महावीरी जुलूस निकाला गया था. इस जुलूस में झंडा और भगवान हनुमान की मूर्ति के साथ लोग शहर के अलग-अलग हिस्सों में घूमते हैं. जुलूस में शामिल लोगों में महावीरी झंडा को लेकर उत्साह था. काफ़ी संख्‍या में लोग सड़क पर झंडा लेकर जुलूस के साथ चल रहे थे. जुलूस बगहा के रतन माला क्षेत्र में निकाला गया था. जुलूस अपने निर्धारित रास्ते से जा रही थी. जुलूस जब मस्जिद के पास पास पहुंची तो एक पक्ष ने इसका विरोध किया.

कहा गया कि महावीरी झंडा इधर से नहीं ले जा सकते हैं. इससे दूसरे पक्ष के लोग उग्र हो गए. फिर दोनों पक्षों की ओर से पथराव और तोड़फोड़ शुरू हो गयी. उपद्रवियों ने चौक चौराहे पर खड़ी बाइकों में आग लगा दिया. जगह-जगह टायर जलाकर रास्ते को जाम कर दिया. 

मूर्ति तोड़े जाने के 'अफ़वाह' ने झड़प को और बढ़ा दिया

झंडा आगे नहीं बढ़ने देने से उपजा तनाव तब और बढ़ गया जब एक पक्ष द्वारा मूर्ति तोड़े जाने की अफवाह फैल गयी. मूर्ति तोड़े जाने की अफवाह ने जुलूस में शामिल लोगों का गुस्सा और बढ़ा दिया. जिसके बाद दोनों तरफ से लाठी डंडा और पत्थर चलने लगे. उपद्रवियों ने गाड़ियां और टायर जलाकर रास्ता जाम कर दिया. हालांकि पुलिस ने बताया कि मूर्ति पूरी तरह से सुरक्षित है और पुलिस की सुरक्षा में मूर्ति का विसर्जन कर दिया गया है.

मंगलवार सुबह भी यहां में स्थिति तनावपूर्ण बनी रही. जिसके बाद प्रशासन ने दोनों जिलों में दो दिनों के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दिया. यहां 22 अगस्त की दोपहर से 24 अगस्त की दोपहर तक के लिए इंटरनेट बंद है.   

हालांकि बगहा पुलिस स्टेशन के एसएचओ का कहना है कि स्थिति शांतिपूर्ण होने के कारण इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गयीं हैं. एसएचओ से मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्र में स्थिति अब सामान्य होने लगी है. आज क्षेत्र में दुकाने भी खुली हैं.   

डीजे और हथियार प्रदर्शन पर था प्रतिबंध  

रतनमाला में महावीरी अखाड़ा समिति की ओर से निकाले गये झंडा जुलूस में 400 के करीब लोग शामिल थे. जुलूस में शामिल लोग तलवार और लाठियों से करतब दिखा रहे थे. जबकि प्रशासन के तरफ से हथियारों के प्रदर्शन पर रोक लगाई गई थी. झंडा नहीं ले जाने और मूर्ति तोड़े जाने के अफ़वाह से उठे विवाद ने उग्र रूप ले लिया.

दोनों पक्षों के तरफ़ से ईट पत्थर चलने लगे. जिसमें बिहार पुलिस के जवान समेत होमगार्ड के जवान घायल हो गये. घायलों का इलाज अनुमंडल अस्पताल में किया जा रहा है.

वहीं जिलें में स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी है.

मोतिहारी में महावीरी जुलूस
मोतिहारी के तीन स्थानों पर हुई झड़प

नागपंचमी के अवसर पर बगहा के साथ-साथ मोतिहारी में भी झंडा जुलूस निकाला गया था. मोतिहारी के मेहसी, कल्यानपुर और दरपा थाना क्षेत्र में निकाले गये महावीरी जुलूस पर पथराव होने के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई. मेहसी और दरपा ब्लॉक में स्थिति तनावपूर्ण होने के कारण यहां पुलिस कैंप कर रही है. फिलहाल स्थिति को नियंत्रण में बताया जा रहा है. 

इस पथराव में दरपा थाना क्षेत्र के एसएचओ धर्मेंद्र कुमार को हल्की चोटें आयीं थी. दरपा में अभी क्या स्थिति है इसपर जानकारी के लिए हमने दरपा पुलिस स्टेशन के एसएचओ धर्मेंद्र कुमार से जानकारी ली. धर्मेंद्र कुमार बताते हैं “मुझे हल्की-फुल्की चोट आई थी, लेकिन मैं अभी ठीक हूं. शरारती तत्व द्वारा भीड़ पर पत्थर फेंका गया था. जिसके कारण तनाव हो गया. लेकिन अब स्थिति शांतिपूर्ण है. यहां कोई दिक्कत नहीं है. इलाके में इंटरनेट सेवा भी चल रही है.”  

वहीं मेहसी थाना क्षेत्र में भी शांति समिति की बैठक के बाद स्थिति को शांत कर लिया गया है. मेहसी पुलिस स्टेशन के एसएचओ बताते हैं “झंडा जुलूस जा रहा था जिसपर उपद्रवी लोगों के द्वारा पथराव किया गया. विरोध में इधर से भी पथराव होने लगा. इसपर मैंने धारा 275 के तहत केस दर्ज़ किया है. उसमें चार लोगों को हिरासत में लिया गया.”

एसएचओ बताते हैं “अब स्थिति शांतिपूर्ण है. मानिटरिंग किया जा रहा है. जगह-जगह पर फ़ोर्स तैनात है. कल शांति समिति की मीटिंग बुद्धिजीवियों द्वारा की गयी है. इसमें सुबको सपथ दिलाया गया है.”

मोतिहारी में महावीरी जुलूस - मेहसी थाना

झंडा जुलूस पर पथराव की खबर अफवाह: एसएचओ कल्याणपुर

मोतिहारी के कल्याणपुर ब्लॉक में भी महावीरी जुलूस निकाला गया था. इस जुलूस पर भी पथराव की खबर मीडिया में आ रही है. लेकिन कल्याणपुर पुलिस स्टेशन के एसएचओ रोहित जुलूस पर पथराव की बात से इंकार करते हैं. उनका कहना है दो लोगों के बीच के विवाद को गलत रूप दे दिया गया. क्योंकि उस दिन महावीरी जुलूस निकाला गया था. तो लोगों के बीच अफवाह फ़ैल गयी कि जुलूस पर पथराव हुआ है.

तस्वीर खींचने को लेकर मोहम्मद रज़ा और हरिशंकर पंडित के बीच विवाद हुआ था, दोनों के ऊपर नामज़द केस दर्ज हुआ है.

एसएचओ रोहित बताते हैं “इस क्षेत्र में निकाले गये झंडा जुलूस पर कोई पथराव नहीं हुआ है. यह पूरी तरह से गलत न्यूज़ है. दरअसल विवाद तस्वीर खींचने से शुरू हुआ था. जुलूस में शामिल दो लड़के तस्वीर खींच रहे थे. जिनका दुसरे पक्ष के तीन-चार लड़कों से झगड़ा हो गया. तबतक जुलूस उस रास्ते से जा चूका था. लेकिन जब पता चला की कुछ विवाद हुआ है तो जुलूस में शामिल 15-20 लड़के वापस आ गये. लेकिन इससे पहले की विवाद बढ़ता पुलिस ने मामले को संभाल लिया है.”

जुलूस में लाठी डंडा और डीजे बजाने के सवाल पर एसएचओ कहते हैं “जुलूस चाहे तजिया का हो या झंडा का, लोग लाठी डंडा तो लेकर ही निकलते हैं. लेकिन इसके कारण कोई विवाद नहीं था. हमने डीजे पर बैन लगाया हुआ था. जुलूस में नार्मल साउंड सिस्टम बजाया जा रहा था.”       

पुलिस के अनुसार यहां स्थिति सामान्य है और पुलिस की चौकसी सामान्य तौर पर रखी जा रही है.

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