झारखंड के 45 मजदूर विदेश में फंस गए थे, जिनमें से 14 की राज्य वापसी हुई है. शुक्रवार की सुबह यह सभी वतन वापस लौटे. सभी 14 मजदूरों गिरीडीह विधायक संदीप कुमार सोनू के आवास पहुंचे. 31 मजदूर अब भी सऊदी अरब में फंसे हुए हैं.
वापस लौटे सभी मजदूरों से मुलाकात के बाद गिरीडीह विधायक ने सभी को सरकार की ओर से सहायता राशि और सरकारी योजनाओं का लाभ देने का आश्वासन दिया है. प्रवासी मजदूरी के हित में काम करने वाली समाजसेवी सिकंदर अली ने बताया कि यह पहली घटना नहीं है जब काम की तलाश में मजदूर विदेश गए और उन्हें वहां यातनाएं झेलनी पड़ी है. रोजी-रोटी के लिए मजदूर अपना घर- बार छोड़कर विदेश चले जाते हैं और वहां मुश्किलों में फंस जाते हैं. ऐसे में इन मजदूरों की वतन वापसी मुश्किल होती है. मगर बावजूद इसके प्रवासी मजदूर घटनाओं से सबक नहीं ले रहे हैं. इसके साथ ही सरकार को भी प्रवासी मजदूरों के लिए कोई ठोस नीति बनाने की आवश्यकता है.
बता दें कि झारखंड वापस लौटे मजदूर में से कई हजारीबाग. गिरिडीह और बोकारो जिले के रहने वाले हैं. जिन्हें केरल के एक एजेंट ने अलग-अलग कंपनियों के लिए मजदूरी करने विदेश भेजा था. बीते दिन मजदूरों ने वीडियो संदेश जारी करते हुए केंद्र और राज्य सरकार से वापसी की गुहार लगाई थी झारखंड सरकार के श्रम मंत्रालय ने केंद्र से हस्तक्षेप करने की मांग की थी.