बिहार में रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए 1400 निर्यात केंद्र खोले जाएंगे. राज्य में लगातार छोटे और मध्यम उद्योगों को संरक्षण और प्रोत्साहन देने का काम सरकार कर रही है. जिसके लिए आधारभूत संरचनाओं का भी विकास हो रहा है. कच्चे माल की उपलब्धता से लेकर तैयार माल को बाजार तक पहुंचाने के लिए राज्य सरकार तत्परता से काम कर रही है. जिस कड़ी में बिहार में निर्यात केंद्रों को बढ़ाने का फैसला लिया गया है. वर्तमान में बिहार में केवल 46 निर्यात केंद्र मौजूद है, जिसे 1400 करने की योजना बनाई जा रही है. इससे पंचायत स्तर तक के लोगों को फायदा मिलेगा.
राज्य सरकार पहले हर जिले में निर्यात केंद्र खोलने की योजना बना रही है. इसके बाद इसे प्रखंड स्तर तक ले जाने की योजना है. इससे ग्रामीण क्षेत्रों में तैयार हो रहे उत्पादों को आसानी से बाजार में लाया जा सकेगा. डाक विभाग के बिहार सर्किल द्वारा राज्यभर में विशेष अभियान निर्यात केंद्रों को खोलने के लिए चलाया जा रहा है.
योजना को लेकर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अभी तक बिहार में केवल 46 निर्यात केंद्र है, जहां से पूरे बिहार के छोटे उद्यमियों के उत्पादों को भेजा जाता था. लेकिन अब इसे और बढ़ाए जाने की योजना है. इस नई योजना से हर जिले के पंचायत स्तर पर काम कर रहे छोटे उद्यमियों को उत्पाद बेचने की सुविधा मिल सकेगी. बड़े बाजारों में उन छोटे उद्यमियों के उत्पाद नजर आएंगे और इससे उद्यमियों की आय बढ़ जाएगी. इस योजना से पंचायत से लेकर प्रदेश स्तर तक के लोगों को काम मिलने की तैयारी चल रही है.