पूर्णिया लोकसभा से नवनिर्वाचित सांसद पप्पू यादव के खिलाफ रंगदारी मांगने का आरोप लगाया गया है. निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में खड़े पप्पू यादव ने अपने बूते पर पूर्णिया में चुनाव जीता. चुनाव जीतने के 6 दिन बाद ही उनके ऊपर रंगदारी का आरोप लगाया गया है. पूर्णिया के एक बड़े फर्नीचर व्यवसाई ने पप्पू यादव पर एक करोड़ रुपए मांगने का आरोप लगाया है.
फर्नीचर व्यवसायी ने पुलिस को शिकायत में बताया कि 4 जून को मतगणना वाले दिन पप्पू यादव ने उन्हें अपने घर बुलाया था. जब वह उनके घर पहुंचे तो उनसे 1.25 करोड रुपए रंगदारी मांगी गई. इसके साथ ही उन्हें धमकी भी दी गई कि अगर पैसे नहीं मिले तो जान से मार दिया जाएगा. व्यवसायी ने यह भी बताया कि पप्पू यादव ने कहा कि अगले 5 साल तक वह पूर्णिया के सांसद रहेंगे और उसे तब तक निपटते रहना होगा.
फर्नीचर व्यवसायी की शिकायत के बाद मुफस्सिल पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है. जिसमें पप्पू यादव और अमित यादव के खिलाफ शिकायत दर्ज है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
इधर इस पूरे मामले के बाद नवनिर्वाचित सांसद पप्पू यादव ने खुद भी सफ़ाई दी है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स के जरिए अपने आप को निर्दोष बताया और दोषी को फांसी देने की मांग की है. पप्पू यादव ने एक्स पर लिखा- देश प्रदेश की राजनीति में मेरे बढ़ते प्रभाव और आम लोगों के बढ़ते स्नेह से परेशान लोगों ने आज पूर्णिया में घृणित षड्यंत्र रचा है. एक अधिकारी और विरोधियों के इस साज़िश को पूर्ण रूप से बेनक़ाब करेंगे. सुप्रीम कोर्ट के अधीन इसकी निष्पक्ष जांच करवाई जाय, जो दोषी हो उसे फांसी दे दें.
घटना के बाद पूर्णिया पुलिस ने भी प्रेस विज्ञप्ति जारी की, जिसमें पुलिस ने बताया कि यह पूरा मामला 2021 से शुरू हुआ है. 2021 में पप्पू यादव के द्वारा 10 लाख रुपए रंगदारी की मांग की गई थी. 2023 के दुर्गा पूजा के दौरान मोबाइल और व्हाट्सएप कॉल के जरीय भी 15 लाख रुपए, दो सोफा सेट मांगने के साथ-साथ धमकी व गाली-गलौज की गई थी. इसके बाद लोकसभा चुनाव के दौरान भी कॉल के जरिए फर्नीचर व्यवसायी को बुलाकर उससे रंगदारी मांगी गई. आखिरी बार रंगदारी की मांग 4 जून को फर्नीचर व्यवसायी से की गई.
एसपी कार्यालय की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा गया कि मुफ्फसिल थाने में पप्पू यादव और अमित यादव के खिलाफ आईपीसी की धारा 385, 504, 506 और 34 के तहत केस दर्ज किया गया है.