केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन CDSCO के क्वालिटी टेस्ट में देश की 50 से ज्यादा दवाइयां फेल हो गई है. इनमें पैरासिटामोल, डाइक्लोफिनेक, एंटीफंगल मेडिसिन समेत 50 दवाइयां शामिल है. CDSCO ने टेस्ट में पाया कि इन दवाइयों की क्वालिटी हिसाब से नहीं थी और इन्हें खाने से सेहत बिगाड़ सकती है. इस रिपोर्ट के आने के बाद लोगों के बीच खलबली मच गई है. दरअसल इनमें से कई दवाइयों को आमतौर पर इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है और उनके क्वालिटी चेक में फेल होने के बाद लोगों में डर बैठ रहा है.
कैल्शियम, पेनकिलर, फ्लू, बुखार और विटामिन डी की टैबलेट्स भी इस क्वालिटी टेस्ट में फेल हो गई है. CDSCO की रिपोर्ट में देश की कई बड़ी फार्मास्यूटिकल कंपनी की दवाएं भी शामिल है. जिनमें सन फार्मा की पैंटोसिड टैबलेट, शेलकल और पुल्मोसिल इंजेक्शन भी क्वालिटी टेस्ट में फेल हो गए हैं. इनका इस्तेमाल हाई ब्लड प्रेशर के इलाज में किया जाता है. पथरी लीवर के इलाज इत्यादि की दवाइयां भी क्वालिटी चेक में फेल पाई गई है.
CDSCO भारत सरकार के तहत आना वाला संगठन है, जिसका मुख्यालय एफडीए भवन कोटा रोड नई दिल्ली में है. इसके 6 जोनल और चार उप जोनल ऑफिस है. देशभर में इसके सात लैबोरेट्री भी है. CDSCO का काम नई दवाओं को मंजूरी देना है. क्लीनिकल परीक्षण आयोजित कराना है. दवाओं के लिए मानक तय करना, देश में आने वाली दवाओं की गुणवत्ता नियंत्रण पर रखना, राज्य औषधि नियंत्रण संगठनों के काम को समन्वित करना है.