बिहार में मंगलवार को जातीय गणना की आर्थिक और शैक्षणिक रिपोर्ट जारी की गई. विधानमंडल के दोनों सदनों में पेश हुए रिपोर्ट के अनुसार राज्य में 95% लोगों के पास अपनी कोई गाड़ी नहीं है.
शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने जातियों की आर्थिक और आवासीय रिपोर्ट सदन में रखी. मंत्री विजय चौधरी ने बताया कि किस जाति के लोग कितने पढ़े लिखे हैं और राज्य में कितने लोगों के पास अपनी गाड़ी है.
12 करोड़ 48 लाख लोगों के पास से अपनी गाड़ी नहीं
रिपोर्ट के अनुसार राज्य की 14% आबादी झोपड़ी में रहती है. और राज्य के मोटर वाहन मालिकों की संख्या राज्य में सिर्फ 5% है.
13 करोड़ से ज्यादा आबादी वाले राज्य में 12 करोड़ 48 लाख लोगों के पास से कोई वाहन नहीं है.
अपनी गाड़ी न होने की वजह से राज्य के 12 करोड़ से ज्यादा लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर निर्भर है. राज्य में चार पहिया वाहन मालिकों की संख्या 0.44 प्रतिशत है यानी करीब 5 लाख 72146 लोग के पास चार पहिया वाहन है.
वही तीन पहिया वाहनों के मालिक राज्य में 0.11 प्रतिशत है, यानि 1,42,689 लोगों के पास तीन पहिया वाहन है. दो पहिया वाहनों के मालिकों की संख्या राज में 3.80% है. 4,962,000 लोगों के पास दो पहिया वाहन है. ट्रैक्टर रखने वालों की संख्या राज्य में 1 लाख 67,062 है, यानि सिर्फ़ 0.13 फ़ीसदी लोग के पास राज्य में ट्रैक्टर है.