भीषण गर्मी के बीच उत्तराखंड (uttarakhand) के नैनीताल (Nainital) के जंगलों में लगी में विकराल रूप धारण कर लिया है. नैनीताल के जंगलों में पिछले चार दिनों से आग लगी हुई है. आग की तेजी से बढ़ती हुई लपटे अब रिहाइशी क्षेत्रों तक पहुंचने लगी है. नैनीताल के जिला मुख्यालय के पास जंगल में लगी आग अब पाइंस क्षेत्र स्थित हाईकोर्ट कॉलनी तक पहुंच गयी है. आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग के कर्मचारियों समेत, फायर ब्रिगेड, स्थानीय पुलिस, सेना के जवान और एयरफोर्स का MI-17 हेलिकॉप्टर (MI 17 helicopter) लगा हुआ है.
हेलिकॉप्टर से पानी की बौछार
विकराल हो चुकी आग पर काबू पाने के लिए एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर को आग बुझाने के लिए लगाया गया है. शुक्रवार 26 अप्रैल को एयरफोर्स के MI-17 हेलिकॉप्टर ने भीमताल झील से पानी भरकर पैंसठ क्षेत्र में आग बुझाई. आग से उठ रहे धुएं में आसपास के लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है. वहीं सड़कों पर आवागमन भी बाधित हो गया है.
उत्तराखंड में शुक्रवार 26 अप्रैल को आग लगने की 31 घटनायें सामने आई हैं. इसमें नैनीताल के जंगलों की आग सबसे भयानक है. वहीं रुद्रप्रयाग के जंगलों में आग लगते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. गिरफ्तार किये गये लोगों में नरेश भट्ट, हेमंत सिंह और भगवती लाल शामिल है. अबतक आग लगाने के मामलों में 19 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है जिसमें तीन लोगों को नामजद किया गया है.
आग की घटनाओं को लेकर, मुख्यमंत्री की बैठक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आग लगने की घटनाओं को लेकर चिंतित हैं. आग की घटनाओं पर काबू पाने के लिए शनिवार 27 अप्रैल को मुख्यमंत्री धामी ने फॉरेस्ट ट्रेंनिंग एकेडमी में बैठक बुलाई है. वहीं वन विभाग के अधिकारीयों और डीएफओ को निगरानी का निर्देश दिया है.
उत्तराखंड, वन विभाग द्वारा जारी दैनिक बुलेटिन के अनुसार प्रदेश के कुमाउं क्षेत्र में पिछले 24 घंटे में आग लगने की 26 घटनाएं दर्ज की गयी है. वहीं गढ़वाल क्षेत्र में आग लगने की पांच घटनाएं दर्ज की गयी है.
वहीं नवंबर 2023 से अब तक प्रदेश में वन में आग लगने की कुल 575 घटनाएं सामने आ चुकी हैं. जिनमें 689.89 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ और 14 करोड़ 41 लाख रुपये का आर्थिक नुकसान का अनुमान लगाया गया है.