Jharkhand News: बेंगलुरु के बाद अब रांची में 'जल संकट', झारखंड हाई कोर्ट ने जताई चिंता

रांची हाईकोर्ट ने जलस्तर को बनाए रखने और गर्मी में पानी की समस्या से निपटने की तैयारी को लेकर राज्य सरकार और रांची नगर निगम से जवाब मांगा. कोर्ट ने कहा कि यहां भी बेंगलुरु जैसे हालात ना हो जाए.

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रांची में जल संकट

Jharkhand: रांची में 'जल संकट'

कहते हैं कि "जल ही जीवन है" अभी ठंड बीती है और उसके बाद गर्मी की शुरुआत होने वाली है फिलहाल बसंत में ही गर्मी जैसा माहौल बना हुआ है. इसी बीच कई जगहों पर भूजल स्तर कम होने लगा है. बेंगलुरु से कुछ दिन पहले खबर आई कि गर्मी के आगमन से पहले वहां पानी का संकट गहरा गया है. बेंगलुरु के बाद अब झारखंड में भी पीने वाले पानी का स्तर लगातार घट रहा है. झारखंड हाईकोर्ट ने खुद जलस्तर और शुद्ध पेयजल को लेकर चिंता जाहिर की है.

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सोमवार को जस्टिस आर मुखोपाध्याय और जस्टिस दीपक रोशन के खंडपीठ ने राजधानी रांची में घटते जल स्तर पर चिंता जारी की. कोर्ट ने कहा कि रांची का हाल भी बेंगलुरु जैसा ना हो जाए.

जल संरक्षण के लिए वाटर हार्वेस्टिंग जरूरी

कोर्ट ने आगे जलस्तर को बनाए रखने को लेकर योजना और गर्मी में पानी की समस्या से निपटने की तैयारी को लेकर राज्य सरकार और रांची नगर निगम से जवाब मांगा. कोर्ट ने पूछा कि पेयजल की समस्या से निपटने के लिए क्या तैयारी की गई है? और राज्य सरकार की क्या योजना है जो जलस्तर को बनाए रखने के लिए चलाई जाएगी. कोर्ट ने हटिया, कांके और होटवार डैम में उपलब्ध पानी की जानकारी को भी मांगा है. साथ ही कोर्ट ने पूछा है कि डैम का कैचमेंट एरिया वर्तमान में कितना है और पहले कितना था?

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इस मामले में अब अगली सुनवाई 3 अप्रैल को होगी. कोर्ट ने इस मामले में पहले स्वत: संज्ञान लिया था.

कोर्ट ने कहा कि रांची का हाल भी बेंगलुरु जैसा ना हो जाए. जैसा संकट अभी बेंगलुरु में है वहां के लोग झेल रहे हैं वैसा झारखंड में नहीं हो. जिस पर सरकार की ओर से हाईकोर्ट को बताया गया कि जल संरक्षण के लिए वाटर हार्वेस्टिंग किया जा रहा है. कैचमेंट एरिया को बढ़ाया जा रहा है.

इधर रांची नगर निगम ने अपनी तैयारी जल संकट से निपटने के लिए शुरू कर दी है. पिछले साल की बात करें तो विद्यानगर, किशोरगंज और रांची के कई इलाकों में भारी जल संकट हुआ था, जो लोगों के लिए काफी परेशानी का सबब बना था. पानी ना मिलने की वजह से लोगों ने कई बार नगर निगम में धरना दिया था. इसलिए इस बार गर्मी आने से पहले ही जल संकट से निपटने के लिए का इंतजाम निगम ने किए है.

निगम के अधिकारियों ने बताया है कि फिलहाल निगम में 55 पानी टैंकरों की मरम्मत कराई जा रही है. इसके अलावा किराए पर भी 20 टैंकरों की व्यवस्था की गई है. नगर निगम के क्षेत्र में लगे 1,800 मोटरों की मरम्मत का भी निर्देश दिया गया है. रांची में 72,000 घरों में सप्लाई वॉटर कनेक्शन है.

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