बीते दिन भारी बारिश की वजह से दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के छत का एक हिस्सा गिर गया था, इस हादसे में दिल्ली एयरपोर्ट पर एक ड्राइवर की मौत हो गई थी जबकि कई लोग इस हादसे में घायल हुए थे. शुक्रवार को हुए इस हादसे की किरकिरी पूरे देशभर में हुई थी. हादसे के बाद विपक्ष ने केंद्र सरकार पर कई आरोप लगाए और केंद्र सरकार ने भी विपक्षी पार्टी पर सारा आरोप थोप दिया था. लेकिन अभी इस घटना को एक दिन भी नहीं हुए थे तब तक एक और ऐसी घटना शनिवार को भी घटित हो गई.
शनिवार को गुजरात के राजकोट एयरपोर्ट के छत पर लगा कैनोपी का हिस्सा टूटकर नीचे गिर गया. भारी बारिश के कारण एयरपोर्ट टर्मिनल के बाहर पैसेंजर पिकअप और ड्रॉप एरिया में कैनेपी गिर गया. इस घटना ने लोगों को दिल्ली एयरपोर्ट की घटना की याद दिला दी. गनीमत रही कि जिस वक्त यह हादसा हुआ उस वक्त वहां कोई मौजूद नहीं था, वरना एक बड़ा हादसा राजकोट में भी हो सकता था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था उद्घाटन
राजकोट एयरपोर्ट के निदेशक दिगंत बहोरा ने बताया कि बारिश के कारण एयरपोर्ट के आगे की छत में पानी भर गया था, जिसके चलते यह हादसा हो गया. हालांकि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है.
राजकोट एयरपोर्ट पर गिरा कैनोपी का लोकार्पण जुलाई 2023 में ही हुआ था. पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया था. इस नए हवाई अड्डे की शुरुआत के लिए केंद्र सरकार ने 1405 करोड़ रुपए दिए थे. जुलाई 2019 में इसकी कुल लागत 2654 करोड़ रुपए हो गई थी.
गुजरात, दिल्ली के पहले मध्य प्रदेश के जबलपुर एयरपोर्ट पर भी कैनेपी गिरने की घटना हुई थी. 27 जून को जबलपुर एयरपोर्ट पर एक कैनोपी गिर गई थी जिससे एक अधिकारी की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई थी.
मानसून में इन सभी नए सरकारी निर्माण की पोल खुल रही है. बीते साल हो गए उद्घाटन के बाद एक साल भी निर्माण ठीक से नहीं चला और गिरना शुरू हो गया है.
बता दें कि गुजरात में दक्षिण-पश्चिम मानसून सक्रिय हो गया है, जिसके कारण राज्य में कई जगह भारी बारिश हो रही है. भारी बारिश को देखते हुए एनडीआरएफ की बात टीमों को कच्छ, राजकोट, द्वारका, गिर सोमनाथ, भावनगर, नर्मदा और वलसाड जिलों में तैनात किया गया है.