AIIMS मदुरै का नहीं हुआ निर्माण, मेडिकल छात्रों ने सुविधाओं की मांग को लेकर किया प्रदर्शन

साल 2019 में प्रधानमंत्री मोदी ने मदुरै AIIMS की आधारशिला रखी थी. साल 2020 में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दावा किया था कि इसका 95% काम पूरा हो चुका है. लेकिन आजतक इस संस्थान का निर्माण कार्य भी शुरू नहीं हुआ है.

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पल्लवी कुमारी
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AIIMS मदुरै

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तमिलनाडु के मदुरै में अखिल भारतीय राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के निर्माण का मुद्दा एक बार फिर चर्चाओं में बना है. मदुरै AIIMS में समुचित सुविधाओं की मांग को लेकर मेडिकल छात्रों ने शनिवार 13 अप्रैल को  प्रदर्शन किया है. छात्रों ने कॉलेज प्रशासन से जल्द सुविधाएं उपलब्ध कराने कि मांग की है. वहीं सोशल मीडिया एक्स पर #AIIMS ट्रेंड कर रहा है.

दरअसल, साल 2019 में प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने मदुरै AIIMS की आधारशिला रखी थी. साल 2020 में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (J P Nadda) ने दावा किया था कि इसका 95% काम पूरा हो चुका है. लेकिन आजतक इस संस्थान का निर्माण कार्य भी शुरू नहीं हुआ है. लेकिन इसके बावजूद  AIIMS प्रशासन ने मेडिकल की पढ़ाई के इच्छुक छात्रों से आवेदन लिए और उनका नामंकन भी लिया.

प्रशासन ने एम्स मदुरै के नाम पर छात्रों को रामनाथपुरम के सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का एक भवन दे दिया. लगभग तीन सालों से एम्स मदुरै में नामांकन लेने वाले छात्र इसी जगह पर पढ़ाई कर रहे हैं.लेकिन छात्रों का आरोप हैं कि यहां कॉलेज में सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है. कॉलेज में ना तो लाइब्रेरी है और ना ही प्रैक्टिकल के लिए कोई सुविधा मौजूद हैं.

छात्रों का आरोप है कि जब भी वे कॉलेज अधिकारीयों से शिकायत करते हैं तो उन्हें कहा जाता है कि यह स्थाई बिल्डिंग नहीं है इसलिए कोई स्थाई व्यवस्था नहीं कि जा सकती है. वहीं कुछ छात्रों का आरोप है कि शिकायत करने पर कॉलेज प्रशासन कहता है कि आपने एडमिशन क्यों लिया.

जमीन के लिए निकाला था विज्ञापन

'द हिन्दू' में छपी रिपोर्ट के अनुसार एम्स प्रशासन ने मदुरै के थोप्पुर इलाके में जमीन के लिए विज्ञापन निकाला था. लेकिन इसके कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिले हैं. वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एम्स के अधिकारीयों का कहना है कि लोकसभा चुनावों के कारण काम रुका हुआ है. छात्रों को एक माह में आगे की स्थिति से अवगत कराया जाएगा.

अब ऐसे में यह प्रश्न उठता है कि क्या चुनावी रैलियों में एम्स का मुद्दा उठेगा और मतदान के समय मतदाता इन मुद्दों को ध्यान में रखेंगे.

AIIMS PM modi J P Nadda