बिहार विधानसभा उपचुनाव की चार सीटों पर असदुद्दीन ओवैसी की एंट्री हो चुकी है. असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने सभी चार सीटों पर उम्मीदवार खड़े करने की घोषणा की है. एनडीए और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर में ओवैसी की इस एंट्री से महागठबंधन पर असर पड़ सकता है. इसके अलावा पीके की पार्टी जन सुराज पर भी इसका असर देखने मिल सकता है. एआईएमआईएम ने गया के बेलागंज और इमामगंज सीट से उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. बेलागंज से मो. जमीन अली को उम्मीदवार बनाया गया है तो वही इमामगंज से कंचन पासवान उम्मीदवार है. पार्टी तरारी और रामगढ़ से जल्द ही उम्मीदवारों का ऐलान करेगी.
गया के बेलागंज सीट से एनडीए समर्थित जदयू ने मनोरमा देवी को उम्मीदवार बनाया है, तो वही राजद ने विश्वनाथ यादव को प्रत्याशी घोषित किया है. जन सुराज ने प्रो. खिलाफत हुसैन को यहां से चुनावी मैदान में उतारा है. ऐसे में ओवैसी की पार्टी के उम्मीदवार आने से यहां चौतरफा मुकाबला होगा. इमामगंज सीट से राजद ने रोशन कुमार मांझी को उम्मीदवार बनाया है. एनडीए समर्थित हम ने दीपा मांझी को प्रत्याशी बनाया है और जन सुराज ने डॉक्टर जितेंद्र पासवान को जिम्मेदारी दी है.
बेलागंज विधानसभा सीट के इतिहास पर गौर करें तो राजद का यहां दबदबा देखा जाता रहा है. पिछले 6 विधानसभा चुनाव से राजद के प्रत्याशी सुरेंद्र यादव यहां से जीत दर्ज करते रहे हैं.
बताते चलें कि बिहार के तरारी, रामगढ़, बेलागंज और इमामगंज विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव हो रहे हैं. इन सभी विधानसभा क्षेत्र के विधायक लोकसभा चुनाव 2024 में सांसद चुने गए, इसके बाद यह सभी सीटें खाली हो गईं थीं.