चुनाव आयोग में झारखंड में नए मुख्य सचिव की नियुक्ति की है. सीनियर आईएएस अफसर अलका तिवारी को झारखंड की नई मुख्य सचिव का पद दिया गया है. एल खियांग्ते के सेवानिवृत्ति के बाद अलका तिवारी मुख्य सचिव बनाई गई है. झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के पहले 1998 बैच की आईएएस अधिकारी के कंधों पर यह बड़ी जिम्मेदारी सौंप गई है, जिसके बाद से ही हर तरफ उनकी ही चर्चाएं हो रही है. 1 नवंबर को कार्मिक, प्रशासनिक सुधार और राजभाषा विभाग ने अलका तिवारी की नियुक्ति को लेकर घोषणा की.
अलका तिवारी को तेज तर्रार आईएएस अफसरों में गिना जाता है. उन्होंने मेरठ यूनिवर्सिटी से साइकोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की, यहां वह यूनिवर्सिटी टॉपर रही. उसके बाद उन्होंने मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी(यूके) से सिविल एंड स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट से एमएससी की पढ़ाई की. रांची यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की.
झारखंड कैडर की आईएएस अफसर अलका तिवारी गुमला और लोहरदगा की डीसी उपयुक्त भी रह चुकी हैं. वह राजस्व बोर्ड की सदस्य भी रह चुकी है और केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव और वित्तीय सलाहकार के पद पर भी काम कर चुकीं हैं.
उन्होंने जनजाति आयोग की सचिव के रूप में भी सेवाएं दी है. तिवारी की कार्य अवधि 30 सितंबर 2025 को खत्म होगी, वह करीब 11 महीने तक झारखंड की मुख्य सचिव के पद पर रहेंगी. अपने अब तक के सभी प्रतिनियुक्तियों में उनकी छवि बेदाग, प्रतिष्ठित आईएएस अफसर की रही है. अलका तिवारी के पति डॉक्टर डीके तिवारी भी झारखंड के मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत्ति में है. वह वर्तमान में राज्य चुनाव आयुक्त के रूप में कार्यरत हैं.