केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को झारखंड में तीन चुनावी रैली करने पहुंचे हैं. जिसमें दुमका की रैली से उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन पर सवाल खड़े किए. इसके साथ ही उन्होंने जवाब भी मांगा और ट्वीट करने के लिए कहा. दुमका की जनसभा को संबोधित करते हुए श्री शाह ने कहा कि संथाल की इस पवित्र भूमि के कारण ही आज झारखंड राज्य अस्तित्व में आया है. मैं आप सभी को याद दिलाने आया हूं कि जब आप झारखंड के लिए संघर्ष कर रहे थे, तब आप पर गोलियां और लाठियां बरसाई गई. यह गोलियां और लाठियां बरसाने वाले कौन थे, उस समय किसकी सरकार थी, कांग्रेस की.
अमित शाह ने कहा कि इस कांग्रेस सरकार ने आज झारखंड को अपना अधिकार नहीं दिया और सीएम हेमंत सोरेन आज उसी कांग्रेस की गोदी में जाकर बैठ गए हैं. वह भूल गए कि यहां पर सैकड़ो युवाओं ने बलिदान दिया था, लाठियां खाई थी. वह सिर्फ सीएम बनने के लिए राजद और कांग्रेस की गोदी में बैठे हैं.
उन्होंने आगे कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 नवंबर को आदिवासी गौरव दिवस के रूप में मनाया. पीएम मोदी की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई जा रही है, जो इस पूरे साल को आदिवासी गौरव दिवस के रूप में मनाएगी. आजादी के 75 सालों में आज तक कोई पीएम धरती आबा के गांव नहीं पहुंचा, सिर्फ पीएम मोदी गए. उन्होंने 75 साल में पहली बार गरीब आदिवासी की बेटी महामहिम द्रौपदी बनाने का काम किया. पीएम ने 200 करोड़ की लागत से 10 आदिवासी म्यूजियम बनाने का काम किया.
अमित शाह ने कहा कि हेमंत बाबू हिम्मत है तो ट्वीट कर जवाब देना कि जब केंद्र में यूपीए की सरकार थी, जिसको आपका समर्थन प्राप्त था. उसके अंतिम बजट में आदिवासियों के लिए सिर्फ 28000 करोड़ का बजट था, जिसे मोदी सरकार ने बढ़ाकर 33000 करोड़ किया. आप हमसे हिसाब मांग रहे थे, हमने तो हिसाब दे दिया. हिम्मत है तो आप भी यूपीए सरकार का हिसाब हमारे आदिवासी भाइयों और बहनों को दीजिए. आपने क्या किया? आपने वोट बैंक के लिए घुसपैठियों को घुसाकर आदिवासियों की भूमि और जनसंख्या कम करने का काम किया है.