2019 में दस्तक दिए कोरोना वायरस से बचने के लिए ब्रिटेन की दिग्गज कंपनी एस्ट्रेजेनेका ने कोरोना वैक्सीन को मार्केट में लॉन्च किया था. एस्ट्रेजेनेका ने अब दुनियाभर से वैक्सीन को वापस बुलाया है, जिसमें भारत में बनाई गई कोविशील्ड वैक्सीन भी शामिल है. मंगलवार को कंपनी की ओर से कहा गया कि वह वैक्सीन को वैश्विक स्तर पर वापस बुला रही है.
वैक्सीन वापस लेने की वजह
गौरतलब है कि एस्ट्रेजेनेका ने वैक्सीन के दुष्प्रभाव को हाल के दिनों में ही स्वीकार किया है. कंपनी के इस स्वीकार करने वाले बयान के बाद दुनियाभर समेत भारत में भी वैक्सीन को लेकर चिंता बढ़ गई थी. ऐसे में वैक्सीन को वापस लेना भी चिंता का विषय बन रहा है. कंपनी की तरफ से इस पर तर्क दिया गया कि यह पूरी तरह से एक संयोग है. वैक्सीन को बाजार से हटाने का कारण कुछ और है. एस्ट्रेजनेका की वैक्सीन को इसलिए हटाया जा रहा है क्योंकि दूसरी एडवांस्ड वैक्सीन मार्केट में आ चुकी है, जो वायरस के अलग-अलग वेरिएंट से लड़ने में सक्षम है.
खबरों के मुताबिक एस्ट्रेजेनेकाने ने 5 मार्च को ही वैक्सीन को वापस लेने का आवेदन दिया था, जो 7 मई से लागू हो गया.
वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स
कंपनी ने अदालत के दस्तावेजों में यह स्वीकार किया था कि उसकी तरफ से बनाई गई कोरोना वैक्सीन से लोगों के खून में थक्के जमने जैसे गंभीर साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं. वही कंपनी की ओर से बताया गया कि अब वह वैक्सीन का निर्माण या आपूर्ति नए स्तर पर नहीं कर रही है. मालूम हो कि एस्ट्रेजेनेका के फार्मूला पर ही भारत में सिरम इंस्टीट्यूट ने कोविशील्ड वैक्सीन बनाई थी. सिरम इंस्टीट्यूट ने भी कहा कि 2021 के बाद ही कोविशील्ड का प्रोडक्शन बंद कर दिया गया है.
बता दें कि एस्ट्रेजनेका वैक्सीन कॉविड-19 को ब्रिटेन में मुकदमे का सामना करना पड़ रहा है. एस्ट्रेजेनेका वैक्सीन की वजह से मौत और गंभीर शारीरिक क्षति होने का दावा किया गया है. इसके खिलाफ है ब्रिटेन में एक व्यक्ति ने शिकायत भी दर्ज कराई है, जिसमें कहा गया है कि वैक्सीन लेने के बाद उसके मस्तिष्क में खून का थक्का जम गया जिससे उसे दिमाग की बिमारी हुई.