बिहार में जल्द ही आठ जिलों को जोड़ने वाला एक्सप्रेस वे बनने जा रहा है. यह नया एक्सप्रेस वे औरंगाबाद से दरभंगा के बीच बनाया जाएगा, जिसका काम जोर-शोर से शुरू हो चुका है. जिला प्रशासन की ओर से धनरुआ और फतुहा अंचल में जमीन अधिग्रहण का काम लगभग पूरा कर लिया गया है. औरंगाबाद-दरभंगा एक्सप्रेस वे के लिए पटना जिले में 12 मौजा में 205.25 एकड़ जमीन अर्जित की गई है. भूमि अधिग्रहण के बदले मुआवजे के भुगतान के लिए 123.24 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं. अब तक 66 करोड़ 56 लाख रुपए भूमि मालिकों को दिया जा चुका है.
इस नई परियोजना से उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच सफर करने में बड़ी आसानी हो जाएगी. दरअसल इस नए एक्सप्रेस वे के बन जाने से औरंगाबाद- दरभंगा के बीच की दूरी 4 घंटे तक कम हो जाएगी.
राज्य में जितने भी एक्सप्रेसवे का निर्माण हुआ है, वह सभी दूसरे राज्यों से होकर गुजरते हैं. यह पहली ऐसी परियोजना है जो बिहार के आठ जिलों को जोड़ेगी. औरंगाबाद के आमद से शुरू होकर यह एक्सप्रेसवे पटना, नालंदा, अरवल, जहानाबाद, वैशाली, समस्तीपुर होते हुए दरभंगा से जुड़ेगी. एक्सप्रेस वे की लंबाई 189 किलोमीटर है. जिसका निर्माण नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से भारत माला प्रोजेक्ट के तहत कराया जा रहा है.
बता दें कि धनरूआ अंचल में आठ मौजा और फतुहा में चार मौजा के भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो चुका है. धनरूआ आंचल में 65 फीसदी लोगों के बीच मुआवजा भी वितरित कर दिया गया है.