पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंसा जैसा माहौल बीते महीने से ही बना हुआ है. आरक्षण को लेकर हो रहे विरोध के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपना इस्तीफा दे दिया है. शेख हसीना 15 साल से बांग्लादेश में सरकार चल रही थी, लेकिन आरक्षण के विरोध के दौरान उन्होंने इस्तीफा देकर देश छोड़ दिया. फिलहाल उन्होंने भारत में शरण ली है. प्रधानमंत्री आवास छोड़ने के बाद उनका सरकारी बंगला बांग्लादेश उपद्रवियों के हाथों में है. पूरे देश में हो रही हिंसा के बीच अल्पसंख्यक हिंदुओं को भी निशाने पर लिया जा रहा है. इसी बीच सोशल मीडिया पर यह खबर ट्रेंड कर रही है कि हिंदू क्रिकेटर लिटन दास के घर को जला दिया गया है.
दावा किया जा रहा है कि लिटन दास के घर पर उपद्रवियों ने हमला किया और उनके परिवार के साथ मारपीट की गई. उपद्रवियों ने लिटन दास के घर को आग के हवाले भी किया. यह खबर सोशल मीडिया एक्स पर तेजी से वायरल हो रही है, लेकिन यह पूरी तरह से भ्रामक है. उपद्रवियों ने क्रिकेटर लिटन दास नहीं बल्कि क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मशरफे मुर्तजा का घर आग के हवाले कर दिया है. क्रिकेटर मशरफे मुर्तजा सांसद सांसद हैं और आवामी लीग से जुड़े हैं, शेख हसीना इसी पार्टी की मुखिया हैं.
आंदोलनकारियों ने मुर्तजा का घर गुस्से में जलाया, क्योंकि उन्होंने युवाओं के प्रदर्शन का साथ नहीं दिया था. बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रधानमंत्री के घर में भी आग लगाई गई. पीएम के सरकारी कार्यालय से लोग सामान उठाकर अपने घर ले जाते हुए नजर आ रहे हैं.
नाजुक हालात के बीच बांग्लादेश सेना प्रमुख जनरल वकार ने जल्द ही अंतरिम सरकार बनाने की घोषणा की है. सरकार बनाने के लिए उन्होंने अलग-अलग पक्षों से बातचीत भी की है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.