सीएम नीतीश कुमार ने राज्य के किसानों के फसल नुकसान की भरपाई की है. मंगलवार को सीएम ने बाढ़ से खराब हुई फसल के लिए कुल 101 करोड़ रुपए की राशि डीबीटी माध्यम से किसानों के खाते में भेजी है. यह राशि राज्य के 1 लाख 52 हजार किसानों को सीधे उनके खाते में भेजी गई है.
इस साल सितंबर महीने में बारिश के कारण गंगा, कोसी, गंडक, बागमती तथा अन्य नदियां उफान पर थी. जलस्तर बढ़ने के कारण राज्य के आधे से ज्यादा जिले बाढ़ से ग्रस्त हो गए थे, जिससे किसानों के फसल को भारी नुकसान हुआ था. फसल क्षति का प्रतिवेदन सभी प्रभावित किसानों से मिलने के बाद कृषि इनपुट अनुदान योजना के तहत प्रभावित किसानों को क्षतिपूर्ति की राशि राज्य सरकार ने भेजी है.
सीएम के आवास में आज प्रथम चरण के तहत राशि वितरित की गई. अन्य आवेदनों के सत्यापन के बाद बाकी प्रभावित किसानों को जल्द ही राशि भेजी जाएगी. कार्यक्रम में कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि गंगा और दूसरी नदियों में जलस्तर बढ़ने के कारण पहले चरण में आई बाढ़ से 16 जिले के 66 प्रखंड और 580 पंचायत का कृषि क्षेत्र प्रभावित हुआ था. अधिक बारिश और कोसी, गंडक, बागमती सहित नदियों के जलस्तर बढ़ने से दूसरे चरण में आए बाढ़ से 16 जिले के 69 प्रखंड और 580 पंचायतों का कृषि क्षेत्र प्रभावित हुआ. प्रभावित प्रति किसान को सिंचित क्षेत्र के लिए 17 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर, असंचित क्षेत्र के लिए 8500 रुपए प्रति हेक्टेयर और शाश्वत फसल के लिए 22,500 रुपए प्रति हेक्टेयर का कृषि इनपुट अनुदान दिया जा रहा है. यह मुआवजा प्रति किसान अधिकतम दो हेक्टेयर के लिए दिया गया.
कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार के साथ डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, कृषि मंत्री मंगल पांडे सहित कई मंत्री और अधिकारी मौजूद रहें.