जैसे-जैसे चुनाव आ रहे हैं वैसे-वैसे सियासी पारा बिहार में बढ़ता जा रहा है. चुनाव नजदीक आते-आते ऐसा लग रहा है कि मानो कोई बड़ा भूचाल राज्य की पार्टियों के बीच में होने वाला है. इंडिया गठबंधन और एनडीए गठबंधन बिहार में अपने-अपने लिए जगह बनाने की कोशिश कर रही है. सीएम नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन के साथ फिलहाल जुड़े है, वहीं एनडीए भी नीतीश कुमार को लेकर थोड़ी नरमी दिखा रही है.
इन सबमें में नीतीश कुमार ने ललन सिंह को एक बार फिर से आउट कर दिया है, बीते दिन जब नीतीश कुमार ने ऐसा किया था तब ललन सिंह का राष्ट्रीय पद से इस्तीफा सामने आया था. इस बार ललन सिंह को नीतीश कुमार की नई टीम में जगह नहीं मिली है. नीतीश कुमार ने शनिवार की सुबह ही चुनाव को देखते हुए अपनी नई टीमों की घोषणा की है, इस टीम में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को जगह नहीं मिली है.
नई टीम में पुराने नेताओं को तरहीज दी गई है और केसी त्यागी को जदयू की अहम जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं. पूर्व राज्यसभा सांसद केसी त्यागी को राष्ट्रीय प्रवक्ता के साथ-साथ सीएम नीतीश कुमार का राजनीतिक सलाहकार भी बनाया गया है. वशिष्ठ नारायण सिंह को जदयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है. वह पहले से प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाल रहे हैं.
इसके अलावा नई टीम में मंगनी लाल मंडल, रामनाथ ठाकुर, संजय झा, अली अशरफ फातमी, कहकंशा परवीन, अफाक आलम, श्रीभगवान सिंह कुशवाहा, पिल हरिश्चंद्र पाटिल, राज सिंह मान, सुनील कुमार और रामसेवक सिंह को राष्ट्रीय महासचिव के तौर पर जगह मिली है. राजीव रंजन को राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया है. आलोक कुमार सुमन जदयू के नए कोषाध्यक्ष बनाए गए हैं.
नीतीश कुमार को मिलाकर कुल 22 लोग इस टीम में शामिल हैं. जिनमें उपाध्यक्ष, सलाहकार, कोषाध्यक्ष, 11 महासचिव, 6 सचिव और एक प्रवक्ता शामिल है. लिस्ट में सीएम नीतीश कुमार ने अपने आप को राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर ही रखा है.
नई लिस्ट में सीएम नीतीश कुमार ने पुराने कई साथियों को अलविदा कह दिया है. जिसमें सबसे ज्यादा चर्चा ललन सिंह की हो रही है. नई टीम में ध्यान देने वाली बात यह है कि नीतीश कुमार ने जातियों के समीकरण का खास ख्याल रखा है.