देशभर में आज सुबह से भारत बंद का असर दिखने लगा है. बुधवार को देश में सड़कों पर अनुसूचित जाति व जनजाति आरक्षण में क्रीमी लेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध हो रहा है. भारत बंद का समर्थन देश के विभिन्न संगठनों द्वारा किया जा रहा है.
दलित आदिवासी संगठनों के द्वारा आज 14 घंटे का भारत बंद बुलाया गया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सुबह से ही दुकानें बंद करवाने, ट्रेन रोकने और प्रदर्शन करने की शुरुआत कर दी. बिहार के आरा में बंद के दौरान ट्रेन रोकी गई, तो वही राजस्थान में इंटरनेट बंद कर दिया गया. मिली जानकारी के मुताबिक बिहार के जहानाबाद, सहरसा और पूर्णिया में नेशनल हाईवे भी जाम किया गया है. राजस्थान के भरतपुर में इंटरनेट सेवा को बंद किया गया है. मध्य प्रदेश के ग्वालियर में ऐतिहातन स्कूल-कॉलेज में छुट्टी घोषित कर दी गई है.
दलित एवं आदिवासी संगठनों के द्वारा शीर्ष अदालत के सुझाव को दलित और आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों के खिलाफ बताते हुए इसे रद्द करने की मांग रखी है.
बता दें कि 1 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी में क्रिमी लेयर लागू करने पर विचार करने का सुझाव दिया था. कोर्ट ने कोटा के अंदर कोटा से जुड़े मामले में अपना फैसला सुनाते हुए सुझाव दिया था. सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने 6-1 के बहुमत से फ़ैसला देते हुए कहा था कि राज्य को आरक्षण के लिए कोटा के भीतर कोट बनाने का अधिकार है, ताकि जरूरतमंद को आरक्षण में प्राथमिकता मिल सके.
आज भारत बंद का समर्थन कई दलित समाज की पार्टियां कर रही है. समाजवादी पार्टी, आजाद समाज पार्टी(काशीराम), बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, भीम आर्मी, भारत आदिवासी पार्टी, लोजपा रामविलास भी बंद समर्थक है.