झारखंड में कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में 11 अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है. परीक्षा की दौड़ में शामिल हुए अभ्यर्थी हार्ट अटैक के कारण मारे गए. इसके बाद राज्य सरकार विपक्ष के सवालों के घेरे में आ गई थी. इतने अभ्यर्थियों की मौत के बाद हेमंत सरकार ने भर्ती प्रक्रिया को अगले तीन दिनों के लिए स्थगित कर दिया था. और इस प्रक्रिया में कुछ बदलाव करने के लिए भी सीएम हेमंत सोरेन ने आदेश दिए थे. सीएम के आदेशों पर काम किया गया और कुछ नए बदलाव किए गए हैं.
अब इस दौड़ का आयोजन सुबह 9:00 बजे के बाद नहीं होगा. फिजिकल एक्जाम सेंटरों पर डॉक्टरों की व्यवस्था रहेगी और अगर किसी भी अभ्यर्थी की तबीयत बिगड़ी है तो तुरंत उसे डॉक्टर के पास ले जाना होगा. मौजूदा नियम में 60 मिनट में 10 किलोमीटर की दौड़ हो रही है. ऐसे में अब पुलिस विभाग 6 मिनट में 1.6 किलोमीटर की दौड़ या 25 मिनट में 5 किलोमीटर की दौड़ शुरू करेगा. जानकारी के मुताबिक इन बदलावों को आने वाली भर्ती परीक्षाओं में लागू किया जाएगा. दरअसल झारखंड आबकारी कांस्टेबल भर्ती के लिए 80% परीक्षाएं हो चुकी है. इसलिए बाकी 20% परीक्षाओं को जारी नियम के अनुसार ही आयोजित किया जाएगा.
मालूम हो कि झारखंड आबकारी कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के तहत फिजिकल टेस्ट परीक्षा रांची, गिरिडीह, हजारीबाग, पलामू, पूर्वी सिंहभूम और साहिबगंज जिले में आयोजित हुई थी. सात केन्द्रों पर आयोजित इस परीक्षा में पलामू, गिरिडीह, हजारीबाग, रांची, पूर्वी सिंहभूम, साहिबगंज केन्द्रों पर अभ्यर्थियों की मौत हुई थी.
घटना के बाद पुलिस ने प्राकृतिक मौत के मामले दर्ज किए थे, जिसकी जांच जारी है. बताते चलें कि झारखंड में पुरुष सिपाही भर्ती के लिए 60 मिनट में 10 किलोमीटर दौड़ लगानी पड़ती है. पहले 1600 मीटर की दौड़ आयोजित होती थी, जिसे 6 मिनट में पूरा करना होता था. इसके बाद लंबी और ऊंची कूद की परीक्षा भी होती थी. मगर साल 2016 में नियमों में बदलाव किए गए और 10 किलोमीटर की दौड़ को 1 घंटे में पूरा करने का नियम लाया गया.