बिहार में शुक्रवार को एक और पुल गिरने की घटना हो गई. राज्य में पुल गिरने का यह सिलसिला अब आम बात हो चुकी है. बिहार के भागलपुर में एक बार फिर पुल ध्वस्त हो गया. यह घटना भागलपुर के पीपरपैंती में आई बाढ़ के बीच हुआ. यहां पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से 2 साल पहले बना एक पुल बाढ़ में बह गया. पीपरपैंती प्रखंड के बाबूपुर, बाघपुर पूर्वी पंचायत में यह घटना हुई.
जानकारी के मुताबिक बाढ़ के कारण चौखंडी पुल पानी में बह गया. गुरुवार से ही पुल के बहने का खतरा मंडल आ रहा था, लेकिन गांव वालों की इन समस्याओं पर किसी अधिकारी ने ध्यान नहीं दिया. पुल गिरने के बाद पीपरपैंती में बाघपुर, बाबूपुर पंचायत समेत कई गांव का संपर्क टूट चुका है. लाखों की लागत से बने इस पुल के जल समाधि लेने से ग्रामीणों के बीच हड़कंप मच गया है.
5 पंचायतों जोड़ने वाला एकमात्र पुल बह जाने के बाद प्रखंड मुख्यालय और बाजारों से ग्रामीणों का संपर्क पूरी तरह टूट चुका है. घटना से करीब एक लाख की आबादी प्रभावित हुई है. इधर पुल गिरने के बाद कई लोग अपने जान को जोखिम में डालकर पानी के बीच आवाजाही कर रहे हैं. फिलहाल अधिकारियों की तरफ से कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है.
घटना पर पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया है. तेजस्वी यादव ने इसे भ्रष्टाचार्यों की जड़ बताया है. उन्होंने लिखा-
इसके पहले भी 16 अगस्त को भागलपुर में सुल्तानगंज-अगुवानी नदी पर बन रहा निर्माणाधीन फोरलेन पुल तीसरी बार जमीनदोज हो गया था. पिलर का स्लैब लोहा समेत गंगा नदी में गिरा गया था. इस महासेतु का निर्माण एसपी सिंगला कंपनी की तरफ से किया जा रहा था. घटना के बाद बिहार में इसे लेकर खूब बवाल मचा था. बताते चले कि राज्य के 12 जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति के बीच इस तरह के कई मामले सामने आ रहे हैं. राज्य सरकार और अधिकारीयों को भी इसकी पूरी जानकारी है मगर इस समस्या को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है.