बिहार में दिवाली के मौके पर रातभर जमकर आतिशबाजी देखने मिली. प्रदेश के चार शहरों में पटाखों पर पाबंदी के बावजूद भी लोगों ने पटाखे जलाए. जिस कारण प्रदेश के कई जिलों में एयर क्वालिटी इंडेक्स(एक्यूआई) का लेवल कई गुना बढ़ गया. एक्यूआई बढ़ने के बाद कहीं रेड अलर्ट तो कहीं येलो अलर्ट जोन बन गया है. आज (1 नवंबर) की सुबह रिकॉर्ड हाजीपुर में एक्यूआई लेवल सबसे ज्यादा 300 पार दर्ज किया गया. इसके अलावा राजधानी पटना, अररिया, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया इत्यादि जिलों में भी हवा जहरीली हो गई.
बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार आज राज्य के 19 जिलों में हवा दूषित है. इनमें 9 जिले सबसे ज्यादा खराब प्रदूषण की श्रेणी में है. सबसे खराब स्थिति हाजीपुर जिले की है, जहां का एक्यूआई लेवल 304 तक पहुंच गया है. इसे रेड अलर्ट जोन में रखा गया है. इसके अलावा अररिया में 274 एक्यूआई, पूर्णिया में 265, मुजफ्फरपुर में 247, बेगूसराय में 237, समस्तीपुर में 236, भागलपुर में 222, बेतिया में 220, और सिवान का एक्यूआई 270 रहा. राजधानी पटना में एक्यूआई का लेवल 204 रहा.
येलो अलर्ट जोन वाले जिलों में मुंगेर 195, बिहारशरीफ 191, छपरा 178, कटिहार 171, सहरसा 168, बक्सर 170, गया 144, मोतिहारी 136 और गोपालगंज में 112 एक्यूआई रहा.
बता दें कि बिहार के 4 जिलों में प्रदूषण को काबू में रखने के लिए पटाखे के भंडारण, बिक्री और उसे जलाने पर प्रतिबंध लगाया गया था. इसमें पटना, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर और गया जिले शामिल थे. जबकि अन्य जिलों में सिर्फ ग्रीन पटाखे जलाने के निर्देश दिए गए थे.