बिहार क्राइम: बेगूसराय में शराब माफियाओं के हौसले बुलंद, दरोगा की कार से कुचलकर हत्या

बेगूसराय में शराब तस्करों ने दरोगा पर ऑल्टो कार चढ़ा दी. बेख़ौफ़ अपराधियों के इस करनी में दरोगा खमास चौधरी की मौत हो गई है, जबकि होमगार्ड के एक जवान बालेश्वर यादव घायल हैं.

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शराब माफियाओं ने पुलिस पर चढ़ाई गाड़ी

शराब माफियाओं ने दरोगा के ऊपर चढ़ाई कार

बिहार में 8 सालों से शराबबंदी है. यह शराबबंदी पूर्णरूप से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लागू की थी. उनका कहना था कि शराबबंदी से राज्य में आपराधिक मामले घटेंगे, एक्सीडेंट कम होंगे और महिलाएं भी सुरक्षित रहेंगी. इन सारे मुद्दों को लेकर सीएम का यह प्लान बहुत अच्छा रहा. लेकिन इतने सालों की शराबबंदी के दौरान राज्य में शराब का मिलना बंद नहीं हुआ है. पुलिस को हर रोज जगह-जगह पर छापेमारी कर रही है, इस छापेमारी में पुलिस पर भी कई बार हमला हुआ है.

पुलिस पर हमले का ताजा मामला राज्य के बेगूसराय जिले का है. यहां शराब माफियाओं को पकड़ने गई पुलिस पर माफियाओं ने हमला कर दिया. शराब माफियाओं के इस आतंक में एक दरोगा की मौत हो गई है.  

मंगलवार को बेगूसराय के नावकोठी थाना क्षेत्र के पास पुलिस टीम शराब माफिया को पकड़ने के लिए पहुंची थी. जहां पर पुलिस से बचने के लिए शराबमाफियाओं ने टीम पर ही हमला कर दिया. इस हमले में दरोगा खामास चौधरी शहीद हो गए, जबकि होमगार्ड जवान बालेश्वर यादव का इलाज बेगूसराय अस्पताल में कराया जा रहा है. 

दरोगा खमास चौधरी
दरोगा खमास चौधरी

नवाकोठी पुलिस को मंगलवार की रात ऑल्टो कार में शराब की बड़ी खेप ले जाने की सूचना मिली थी. इसके बाद दरोगा खमास चौधरी अपने दल-बल के साथ छतौना पुल के पास तस्करों को पकड़ने के लिए खड़े थे. जब कार वहां पहुंची तो चालक ने पुलिस को देखकर स्पीड बढ़ा दी. बीच सड़क पर अपराधियों को पकड़ने के लिए खड़े दरोगा और होमगार्ड पर अपराधियों ने गाड़ी चढ़ा दी और कार के साथ वहां से फरार हो गए. 

पुलिस टीम पर हुए हमले के बाद बेगूसराय पुलिस ने जल्दी-जल्दी छापेमारी कर कार मलिक को हिरासत में लिया है. हालांकि पुलिस को अब भी कार और शराब नही मिली है.

नीतीश कुमार के वजह से राज्य में हो रही हत्याएं

केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने दरोगा की हत्या का जिम्मेदार नीतीश कुमार को ठहराया है. केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि शराबबंदी का दुष्परिणाम है की बेगूसराय में माफियाओं ने दरोगा को कुचलकर मार डाला है. इन सबके लिए सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिम्मेदार है. नीतीश कुमार के कारण ही राज्य में हजारों लोगों को जेल जाना पड़ा है, इस जेल जाने में कई बेगुनाह भी शामिल है. शराब माफियाओं ने कई लोगों को मौत के घाट तक उतार दिया है. नीतीश कुमार को शराबबंदी पर फिरसे सोचना चाहिए . 

भाजपा प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने भी नीतीश कुमार को घेरते हुए कहा है कि पता नहीं चल पा रहा है कि राज्य में किसका राज चल रहा है. नीतीश कुमार शराब माफियाओं और माफियाओं को संरक्षण देने वाले दलों के साथ मिले हुए है. बेखौफ बालू और शराब माफियाओं या राजनीतिक संरक्षित माफियाओं ने आम लोगों की जिंदगी को बर्बाद कर दिया है. बालू लदे ट्रैक्टर पुलिस पर हमला कर रहे हैं और शराब माफिया भी पुलिस को कुचल रहे हैं. बेगूसराय की यह घटना सरकार के नाकामी को दिखा रही है. राज्य में पुलिस भी सुरक्षित नहीं है.  

बताते चले कि इन दिनों अपराध का स्तर राज्य में बहुत ज्यादा बढ़ चुका है. राज्य में अपराधी किसी से भी खौफ नहीं खा रहे हैं. पहले भी बालू माफियाओं ने जमुई जिले में दरोगा को अपना शिकार बनाया था. दरोगा प्रभात रंजन पर बालू माफियाओं ने ट्रेक्टर चढ़ा दिया था जिससे उनकी मौत हो गई थी. शहीद दरोगा वैशाली जिले के रहने वाले थे.

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