गंगा नदी को धरती पर लाने के पीछे एक बहुत पुरानी कथा हिंदुओं धर्म में प्रचलित है. कहा जाता है की मां गंगा को धरती पर लाने के लिए भागीरथ ने कठिन तपस्या की थी. भागीरथ की तपस्या से खुश होकर शंकर की जटाओं में रहने वाली मां गंगा धरती पर पधारी थी. गंगाजल के बारे में कहा जाता है कि उसके एक बूंद पीने से सारे पाप धुल जाते हैं और गंगा का पानी इतना शुद्ध होता है कि वह कभी खराब नहीं माना जाता.
बिहार को भी गंगा नदी का सौभाग्य प्राप्त है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार गंगा को राज्य में हर घर में पहुंचाने के सपने पर काम कर रहे है. सीएम नीतीश कुमार चाहते हैं कि राज्य में हर घर तक मां गंगा का पानी पहुंचे. इसी सपने को पूरा करने के लिए सीएम शुक्रवार को नवादा जिला पहुंचे. सीएम ने यहां गंगा ट्रीटमेंट प्लांट का उद्घाटन किया.
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने नवादा के सदर प्रखंड के पौरा गांव में गंगाजल जलापूर्ति योजना के तहत अपने सपने के दूसरे प्लांट को शुरू किया है. उद्घाटन के बाद नीतीश कुमार ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट का करीबी से मुआयना किया.
हर दिन मिलेगा 135 लीटर शुद्ध पेयजल
गौरतलब है कि नवादा में काफी समय से पानी का स्तर गिर रहा था, इसकी वजह से लोगों को काफी समस्या हो रही थी. इस योजना साल 2051 तक होने वाली जनसंख्या वृद्धि को ध्यान में रखकर शुरू किया गया है. बिहार सरकार दूरदर्शी सोच के तहत आने वाले पीढ़ी के लिए जल समस्या से निजात दिलाने के लिए गंगाजल योजना चला रही है. इस योजना के तहत 135 लीटर शुद्ध पेयजल हर दिन प्रति व्यक्ति को मिलेगा. योजना को जल,जीवन, हरियाली अभियान के तहत चलाया जा रहा है.
गंगा नदी में बाढ़ के पानी को दक्षिण बिहार के महत्वपूर्ण शहरो में फ़िल्टर कर इस्तेमाल में लाया जा रहा है. इन शहरों में राजगीर, गया, बोधगया और नवादा शामिल है. यहां गंगा के फ़िल्टर पानी को पेयजल के रूप में उपलब्ध कराया जाएगा. इस कार्यक्रम में नीतीश कुमार के साथ जल संसाधन मंत्री संजय झा भी मौजूद रहे.
राजगीर में 8031, बोधगया में 6000, गया में 75000 घरों को पिछले 1 साल से शुद्ध पेयजल के रूप में गंगाजल दिया जा रहा है. गंगाजल आपूर्ति योजना के पहले चरण में पटना जिला के मोकामा प्रखंड के हाथीडाह में पंप हाउस का निर्माण कराया गया था.