बिहार में बीते दो हफ्तों में कई बड़े पुल गिरने की घटनाएं सामने आई है. पुल धंसने, पुल का पाया बहने, जैसी घटनाएं अब आम खबरों की तरह चलाई जा रही है. इन खबरों के बाद अब बिहार में रेल की पटरी धसने की भी शुरुआत हो गई है. भारी बारिश के कारण बिहार के मुंगेर जिले में पटरी धसने की घटना हो गई, जिसके बाद इस खबर से हड़कंप मच गया.
मुंगेर के जमालपुर-क्यूल रेलखंड पर हल्की बारिश के बाद महरना गांव के पास रेल पटरी धस गई. हालांकि धसी हुई रेल पटरी पर बड़ा हादसा होने से पहले एक चरवाहे की नजर पड़ गई और बड़ा हादसा होते-होते बच गया. रेलवे ट्रैक के पास से एक चरवाहा गुजर रहा था, उसने धसा हुआ ट्रैक देखकर गमछा बिछाकर ट्रेन रुकवा दी. सोमवार को करीब दोपहर 3:00 बजे चरवाहे की नजर पटरी पर पड़ी. इसके बाद उसने तुरंत भागकर गेट मैन को इसकी जानकारी दी. इस दौरान डाउन लाइन पर मेमो ट्रेन आ रही थी. ट्रेन को रोकने के लिए चरवाहों ने अपना गमछा निकालकर ट्रेन को दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले ही रुकवा दिया.
मिली जानकारी के मुताबिक पास में ही अंडरपास का काम चल रहा था और बारिश के कारण वहां से मिट्टी खिसक गई थी. जिसके कारण रेल की पटरी धस गई. घटना की सूचना मिलने के बाद बचाव दल और रेलवे के अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंच कर जांच की और पटरी की तुरंत मरमती करवाई गई. इस दौरान कुछ देर के लिए रेल परिचालन पर प्रभाव पड़ा था, मगर ट्रैक को ठीक कर फिर से ट्रेनों परिचालन को शुरू कर दिया गया. इस घटना से करीब 50 मिनट तक ट्रेनों का परिचालन प्रभावित रहा. इस दौरान मालदा आनंद विहार एक्सप्रेस, मुजफ्फरपुर जनसेवा एक्सप्रेस और एक मेमो ट्रेन गुजरने का समय था. इसके अलावा नई दिल्ली भागलपुर एक्सप्रेस, अभयपुर और लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस क्यूल स्टेशन पर खड़ी रही.