मंकी पॉक्स वायरस दुनियाभर में लोगों को डरा रहा है. इस वायरस को कोरोना वायरस की तरह ही संक्रामक माना जा रहा है. साथ ही इसके लिए कोई वैक्सीन भी मौजूद नहीं है, जिसके कारण इसके इलाज में काफी परेशानियां होती हैं. दुनियाभर में पांव पसार रहे मंकी पॉक्स को लेकर बिहार स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर आ गया है.
राज्य में मंकी पॉक्स वायरस दाखिल न हो इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने हवाई अड्डे पर यात्रियों की नजर रखना कहा है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से अलर्ट जारी करते हुए कहा कि पटना, दरभंगा और गया हवाई अड्डे पर आने वाले यात्रियों की विशेष निगरानी रखी जाएं. अगर यहां किसी भी संदिग्ध की पहचान होती है तो उसकी तुरंत स्क्रीनिंग की जाए और एहतियातन कदम उठाया जाए.
बता दें कि फिलहाल बिहार में मंकी पॉक्स का कोई मरीज नहीं मिला है.
मंकी पॉक्स बीमारी संक्रमित व्यक्ति या जानवर के संपर्क में आने से होती है, जो चेचक की तरह शरीर पर नजर आता है. इस वायरस के चलते शरीर पर स्मालपॉक्स भी हो जाते हैं. 1970 में पहली बार इंसानों में मंकी पॉक्स पाया गया था. इस वायरस से संक्रमित मरीज को सर दर्द, बुखार, मांसपेशियों में दर्द, चेचक जैसे दाने, शरीर में रैशेज, गला खराब होना, खांसी, सस्ती, खुजली की समस्या जैसे लक्षण दिखते हैं. मंकी पॉक्स में मरीजों को चेचक की वैक्सीन दी जाती है और लोगों से दूरी बनाने के लिए कहा जाता है. मंकी पॉक्स के बढ़ते मामलों के बीच एक बार फिर से कोरोना जैसे समय की तरह मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने का निर्देश दिया जा रहा है.