बिहार के डीजीपी राजेंद्र सिंह भट्टी को सीआईएसएफ की जिम्मेदारी दी गई है. आईपीएस भट्टी को सीआईएसफ का नया डीआईजी बनाया गया है. बुधवार को केंद्र सरकार ने इसे लेकर नोटिफिकेशन जारी किया. 1990 बैच के आईपीएस आरएस भट्टी दिसंबर 2022 में एसके सिंगला के रिटायरमेंट के बाद बिहार के डीजीपी बने थे.
मूल रूप से पंजाब के रहने वाले भट्टी का कैडर बिहार है. शुरुआत से ही आरएस भट्टी बेहद कड़क स्वभाव के पुलिस ऑफिसर माने जाते हैं. हालांकि कड़क स्वभाव के बाद भी वह विनम्रता के साथ पेश आते हैं, मगर अपराधियों के खिलाफ सख्त हैं.
बिहार में राजन नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन का वर्चसव सिवान में देखा जाता था. 2005 में अक्टूबर में दोबारा विधानसभा चुनाव के दौरान आईएसपी भट्टी को खासतौर पर सिवान भेजा गया था. उस समय वह केंद्रीय प्रतिनयुक्ति पर सीबीआई में डीआईजी थे. विशेष मांग पर इन्हें बिहार लाया गया और सिवान एसपी का पोस्ट खत्म कर बतौर डीआईजी भट्टी को भेजा गया. सिवान पहुंचने के 15वें दिन ही स्पेशल टीम गठित कर इन्होंने मोहम्मद शहाबुद्दीन को गिरफ्तार किया था.
इसके बाद बिहार में भट्टी की पोस्टिंग कई ऐसे जिलों में की गई जहां अपराधियों का दबदबा माना जाता था. बिहार के अलावा झारखंड में भी आरएस भट्टी से अपराधी खौफ खाते हैं. आरएस भट्टी को बिहार पुलिस व्यवस्था का आधुनिकरण करने के लिए भी श्रेय दिया जाता है.
आरएस भट्टी के सीआईएसफ में जाने के बाद बिहार डीजीपी का पद खाली हो गया है. फिलहाल इस पर किसी के नाम की चर्चा नहीं हो रही है. भट्टी के अलावा केंद्र ने आईपीएस अधिकारी दलजीत सिंह चौधरी को बीएसएफ के महानिदेशक के तौर पर नियुक्त किया है. वह फिलहाल एसएसबी के महानिदेशक के रूप में कार्यरत है.
बता दें कि आरएस भट्टी 1990 बैच के अधिकारी हैं. दलजीत सिंह चौधरी यूपी कैडर के 1990 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं. इन दोनों का कार्यकाल अगले साल खत्म हो रहा है.