देश के जन्नत कहे जाने वाले जम्मू कश्मीर में आतंकियों का सफाया भारतीय सैनिक कर रही है. भारतीय सैनिक के कई ऑपरेशन्स की वजह से जम्मू कश्मीर में पहले से ज्यादा अमन और शांति बरकरार हुई है, लेकिन इस अमन और शांति के बीच बचे हुए आतंकी कश्मीर में टारगेट किलिंग को अंजाम दे रहे हैं. गुरुवार को आतंकियों के टारगेट किलिंग में बिहार के एक मजदूर की मौत हो गई है.
जानकारी के मुताबिक दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग के जलबीपोरा गांव में आतंकियों ने एक स्थानीय मजदूर पर फायरिंग की. इस फायरिंग में मजदूर गंभीर रूप से जख्मी हो गया, जिसके बाद मजदूर को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. आतंकियों ने जिस मजदूर को गोली मारी उसकी पहचान बिहार के निवासी के रूप में हुई है. बिहार निवासी शंकर शाह के पुत्र राजा शाह अनंतनाग में मजदूरी का काम करता था.
आतंकियों को पकड़ने के लिए इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू
लोगों के मुताबिक मजदूर को बेहद करीबी से दो गोली मारी गई थी, जिसमें एक गोली गर्दन और दूसरी गोली पेट में मारी गई थी. घटना के बाद सुरक्षा बलों ने आतंकियों को पकड़ने के लिए इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है. पूरे इलाके को घेराबंद किया गया है.
इस पूरी घटना पर जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने दु:ख जताते हुए आतंकियों की कड़ी निंदा की. उन्होंने जल्द ही इन सब के खत्म होने की मांग की. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजबेहरा के दु:खद हमले की कड़ी निंदा करता हूं. इस हमले में बिहार के राजा शाह एक स्थानीय ने अपनी जान गवा दी. यह सब जल्द खत्म होना चाहिए. लोग शांति चाहते हैं, लेकिन आतंकवादी शांति नहीं चाहते. हमें इस घटना के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना होगा.
मालूम हो कि जम्मू कश्मीर में 10 दिनों के भीतर यह दूसरी घटना है जब आतंकियों ने गैर कश्मीरी पर गोली चलाई है. 8 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के सोपियां जिले में आतंकियों ने गैर कश्मीरी स्थानीय ड्राइवर परमजीत सिंह को गोली मारी थी. परमजीत सिंह दिल्ली का रहने वाला था.
जम्मू कश्मीर के पांच लोकसभा सीट पर पांच चरणों में वोटिंग शुरू होनी है. जिसमें 19 अप्रैल को पहले चरण में उधमपुर, दूसरे चरण में 26 अप्रैल को जम्मू, तीसरे चरण में 7 मई को अनंतनाग, चौथे चरण में 13 मई को श्रीनगर और पांचवें चरण में 20 मई को बारामूला में वोटिंग होगी.