बिहार की पूर्व सीएम रावड़ी देवी के मुंहबोले भाई की सदस्यता रद्द हो गई है. राजद कोटे के एमएलसी सुनील सिंह की सदस्यता चली गई है. सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ भी बयान बाजी करने पर उनके खिलाफ यह एक्शन लिया गया है. उनपर आरोप है कि वह जांच समिति के चार बार बुलाने पर पेश नहीं हुए थे. पांचवी बार आए मगर अपने आरोपों पर जवाब नहीं दिया. सुनील सिंह का व्यवहार असंसदीय और लोकतंत्र के खिलाफ बताया गया है.
उपसभापति राम वचन ने सुनील सिंह की सदस्यता को मानसून सत्र के आखिरी दिन रद्द किया. अपनी सदस्यता जाने पर सुनील सिंह ने कहा कि एक लोकसभा सदस्य बनने के लिए दूसरे ने उपसभापति बनने के लिए ऐसी रिपोर्ट तैयार की और हमारी बलि दी है. सुनील सिंह सीतामढ़ी से सांसद बने पूर्व सभापति देवेश चंद्र ठाकुर और उपसभापति राम वचन राय पर हमला बोल रहे थे.
सुनील सिंह के खिलाफ गुरुवार को भी बड़ी कार्यवाही हुई थी. गुरुवार को बिस्कोमान के अध्यक्ष पद से सुनील सिंह को हटा दिया गया था. जिस पर आज सदन में हंगामा के आसार थे. पुरा मामला विधान परिषद के पिछले सत्र में सीएम की मिमिक्री करने से जुड़ा हुआ है. सुनील सिंह पर आरोप लगा था कि उन्होंने सीएम की मिमिक्री की है, जिसकी जांच विधान परिषद की आचार समिति को दी गई थी. 13 फरवरी को बजट सत्र के दौरान राज्यपाल के अभिभाषण के बाद वाद-विवाद के दौरान सुनील सिंह के व्यवहार को अशोभनीय बताया गया था. इन आरोपों की जांच में समिति ने वीडियो को सही पाया. गुरुवार को समिति ने सुनील सिंह के अचार वाला प्रतिवेदन सदन में पेश किया था ,जिसे शुक्रवार को पारित कराया गया.