बिहार में शिक्षा विभाग के नए ACS एस सिद्धार्थ अब पूर्व ACS के के पाठक से भी ज्यादा खबरों में बन रहे हैं. पिछले ACS अपने कड़क रवैये और फसलों की वजह से चर्चा में थे, तो वही नए ACS अपने नरम स्वभाव और सादगी भरे जीवन की वजह से सुर्खियां बटोर रहे हैं. कभी वह ठेले पर खाते हुए नजर आते हैं, तो कभी सब्जी खरीदते हुए और अब वह लोकल ट्रेन में सफर करते हुए नजर आए हैं. एस सिद्धार्थ के ट्रेन में सफ़र करने के बाद एक बार फिर उनके सादगी भरे स्वभाव की चर्चा हो रही है.
शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिएACS एस सिद्धार्थ केके पाठक की तरह ही निरीक्षण करने के लिए हर जिले में पहुंच रहे हैं. ऐसे में उन्होंने अपने सफर करने के लिए लोकल ट्रेन का चुनाव किया. 1991 बैच के आईएएस अधिकारी एस सिद्धार्थ लोकल ट्रेन में सफर कर आरा पहुंचे. इस दौरान ट्रेन में भी उन्होंने लोगों से शिक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा की और इसमें सुधार लाने के लिए राय मशवरा किया. स्टेशन पर उतरने के बाद वह बिहिया के कन्या मध्य विद्यालय रवाना हो गए. बिहिया के विद्यालय में उन्होंने छात्राओं से मुलाकात की और उनसे रोक कर सवाल जवाब किया. इस दौरान स्कूल में शिक्षकों और स्कूल में मौजूद सुविधाओं के बारे में भी जाना.
एस सिद्धार्थ के इस सफर की चर्चा तो एक तरफ़ हो ही रही है, वहीं दूसरी ओर उनके ट्रेन में सफर करने का वीडियो भी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. कुछ दिन पहले ही पटना के स्लम बस्ती में पहुंचकर एस सिद्धार्थ ने बच्चों और अभिभावकों से स्कूल ना जाने और भेजने की वजह जानी थी.
गौरतलब है कि शिक्षा विभाग के ऐसे ACS बिहार में मौजूद हो तो शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने से कोई नहीं रोक सकता और फिर वह दिन भी दूर नहीं होगा जब बिहार भी साक्षरता दर वाले राज्यों में टॉप करेगा.