बिहार में बीते साल अररिया में एक पत्रकार विमल यादव की गोली मारकर अपराधियों ने हत्या कर दी थी. इस हत्याकांड को विमल यादव के घर में घुसकर अंजाम दिया गया था. घटना के करीब एक साल बाद हत्याकांड के मुख्य आरोपी को कल दूसरे आरोपियों ने गोली मार दी. कुछ दिनों पहले ही मुख्य आरोपी जेल से छूटकर बाहर आया था, जिसे दूसरे आरोपियों ने घात लगाकर मौत के घाट उतार दिया.
मालूम हो कि बीते साल अगस्त में अररिया के रानीगंज क्षेत्र दैनिक अखबार के संवाददाता विमल को अपराधियों ने गोली मार दी थी. इस घटना में विमल यादव ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था. विमल 2019 में अपने भाई के हत्या के मामले में मुख्य गवाह थे, अभी कोर्ट में उनके भाई के हत्याकांड का मामला चल रहा था तभी बदमाशों ने मुख्य गवाह विमल की हत्या कर दी थी. विमल ने अपनी जान का खतरा पहले भी पुलिस को बताया था.
विमल हत्याकांड के मामले में भावेश यादव को जेल हुई थी, भावेश कुछ दिनों पहले ही जेल से छूट कर बाहर आया था. बुधवार की दिन रात वह बेलसर गांव से भोज खाकर लौट रहा था, इसी दौरान हमलावरों ने उसे गोली मारी. घटना के बाद पुलिस ने भावेश के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अररिया भेजा है. रानीगंज पुलिस इस पूरे मामले की ताफ्दिश में जुट गई है.