बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को 30 जनवरी को जान से मारने की धमकी मिली थी. 30 जनवरी को भाजपा में शामिल होने के बाद बिहार के पुलिस महानिदेशक आरएस भट्टी को व्हाट्सएप मैसेज और ऑडियो क्लिप भेजा गया था, जिसमें नीतीश कुमार को जान से मारने की धमकी दी गई थी.
धमकी देने के 15 दिनों के बाद आरोपी को 14 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया गया है. 14 फरवरी की रात आरोपी को पूछताछ के लिए कर्नाटक से पटना लाया गया, फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है.
आरोपी ने डीजीपी को भेजें ऑडियो क्लिप में सीएम नीतीश कुमार को भाजपा से अलग नहीं होने पर दूसरे विधायकों के साथ बम से उड़ने की धमकी दी थी. इसके बाद राज्य के इकोनामिक ऑफेंस यूनिट(ईओयू) ने इस मामले पर संज्ञान लिया था. ईओयू ने जांच के बाद कर्नाटक में आरोपी को पकड़ने के लिए छापेमारी की थी जिसके बाद कर्नाटक पुलिस की मदद से आरोपी को गिरफ्तार किया गया है.
आरोपी का नाम सोनू बताया जा रहा है, कर्नाटक पुलिस ने सोनू को देवानगिरी से पकड़ा है. आरोपी कर्नाटक के देवानगिरी में एग्रो इंडस्ट्रीज राइस मिल में बोरा सिलाई का काम करता है. अब तक की पूछताछ में आरोपी सोनू ने बताया कि बिहार में बढ़ती बेरोजगारी और गरीबी के लिए सरकार जिम्मेदार है. मूल रूप से आरोपी सोनू का परिवार समस्तीपुर में रहता है.
आरोपी ने मैसेज में कहा था मुख्यमंत्री को कहिए बीजेपी से हट जाए, नहीं तो बम से उड़ा देंगे. उनके विधायक को भी मारेंगे जैसा यूपी में हुआ था.
आरोपी ने पांच ऑडियो क्लिप डीजीपी को भेजे थे, जिसमें एक क्लिप में उसने कहा था कि कुछ भी हो सकता है, डीजीपी के ऊपर भी खतरा होने की बात ऑडियो में कही गई थी. एक और ऑडियो में आरोपी ने कहा कि 4 से 5 दिनों में ब्लास्ट करवा देंगे. एक ऑडियो में उसने यह भी कहा कि इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर देंगे.