राज्य में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. राज्य का प्रदूषण स्तर देश की राजधानी दिल्ली को भी टक्कर दे रहा है. देश के खराब हवाओं में बिहार के भी कई जिले शामिल रह चुके हैं. पूर्णिया, बेगूसराय, भागलपुर, पटना में एयर क्वालिटी इंडेक्स लगातार खराब दर्ज किया जा रहा है.
बिहार स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड(Bihar State Pollution Control Board) ने प्रदूषण को कम करने के लिए नई योजना बनाई है. राज्य के 3000 से ज्यादा फैक्ट्रियों को अब पाइप नेचुरल गैस (पीएनजी) से चलाया जाएगा. यह योजना पटना, गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, पूर्णिया सहित राज्य के सभी जिलों में लागू होगी. योजना की शुरुआत सबसे पहले राजधानी के पाटलिपुत्र के इंडस्ट्रियल एरिया और फतुहा से की जाएगी.
पाटलिपुत्र में कोका-कोला कंपनी को पीएनजी में कन्वर्ट
योजना को फेज में शुरू किया गया है. सबसे पहले फेज में पाटलिपुत्र के इंडस्ट्रियल एरिया के 11 फैक्ट्री मालिकों को पीएनजी में कन्वर्ट करने के लिए नोटिस भेजा गया है. पाटलिपुत्र में कोका-कोला कंपनी को पीएनजी में कन्वर्ट किया गया है. राजधानी से लागू हुआ या मॉडल राज्य के सभी जिलों में लागू किया जाएगा.
पीएनसी का इस्तेमाल करने से डीजल की तुलना में 10 गुना कम कार्बन का उत्सर्जन होता है. पीएनजी डीजल की तुलना में सस्ता विकल्प है. योजना के लिए पटना और फतुहा में पाइप लाइन बिछाई जा रही है.