बिहार में शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने वाली सक्षमता परीक्षा के पहले चरण का रिजल्ट जारी हो गया है. परीक्षा में पास हुए सभी शिक्षकों की 19 अप्रैल से काउंसलिंग होनी थी, जिसका डेट आगे बढ़ा दिया गया है. काउंसलिंग को लोकसभा चुनाव को देखते हुए आगे किया गया है.
शिक्षा विभाग की ओर से चुनाव आयोग से काउंसलिंग की अनुमति मांगी गई थी, लेकिन चुनाव आयोग ने अनुमति नहीं दी. आयोग ने काउंसलिंग को रोक दिया है, जिससे लाखों शिक्षक अब चुनाव खत्म होने का इंतजार कर रहे है.
दरअसल लोकसभा चुनाव बिहार में 7 फेज में चुनाव हो रहे हैं, जिनमें सबसे पहले फेज में 19 अप्रैल को वोटिंग होने वाली है. इसी वजह से चुनाव आयोग ने 19 अप्रैल को काउंसलिंग की अनुमति नहीं दी. 19 अप्रैल को कैंसिल हुई काउंसलिंग अब 4 जून के बाद शिक्षा विभाग आयोजित कराएगा.
सक्षमता परीक्षा में पास नियोजित शिक्षकों को काउंसलिंग में अपने सभी कागजातों की जांच करानी होगी. यह सभी कागजात शिक्षकों के द्वारा ऑनलाइन फॉर्म भरे जाने के दौरान अपलोड किए गए थे. शिक्षा विभाग के नियमावली के मुताबिक स्कूल जॉइन करने से पहले परीक्षा में पास से शिक्षकों की काउंसलिंग जरूरी है. इसके बाद ही शिक्षकों को स्कूल में पढ़ाने के लिए योग्य माना जाएगा.
मालूम हो के बीएसईबी ने सक्षमता परीक्षा का आयोजन किया था, जिसमें क्लास एक से पांच तक में 95.39% शिक्षक पास हुए है. इसके अलावा 6 से 8 क्लास तक के 96.10%, 9 से 10 तक के 98%, 11 12 के 97.18% शिक्षक पास हुए हैं. वहीं परीक्षा में 1,99,027 शिक्षक शामिल हुए थे, जिसमें से 1,87,618 शिक्षकों को सफलता मिली और 11,409 शिक्षक फेल हुए है.