राज्यपाल ने राज्य विश्वविद्यालय और वहां पर होने वाले कार्यों पर नजर रखने का एक तरीका ढूंढ लिया है. शनिवार को पूर्णिया में सीनेट की बैठक के दौरान अध्यक्षता करते हुए राज्यपाल विश्वनाथ आर्लेकर ने एप के जरिए विश्वविद्यालय के कामकाज पर निगरानी करने की बात कही है. राज्यपाल ने कहा है कि राजभवन से एप के जरिए बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में होने वाले कामकाज पर नजर रखी जाएगी, ताकि कामकाज में पारदर्शिता बनी रहे.
राज्यपाल आर्लेकर ने यहां कहा कि आज की टेक्नोलॉजी को ध्यान में रखकर एक एप का निर्माण किया जाए, जिससे राजभवन सीधा अपने विश्वविद्यालय के संपर्क में बना रहेगा. एप के जरिए राजभवन पटना से ही विश्वविद्यालय की सभी गतिविधियों पर नजर रखेगा. एप से पता चल सकेगा कि कुलपति का कार्यालय किस समय क्या काम कर रहा है. एप से कुलसचिव कार्यालय के रियल टाइम एक्टिविटीज का भी पता लग सकेगा.
विश्वविद्यालय में परीक्षा नियंत्रक क्या काम कर रहे हैं और विश्वविद्यालय के अंदर क्या चल रहा है, यह भी आसानी से पता किया जा सकेगा. आजकल बहुत तरह के आरोप-प्रत्यारोप हो रहे हैं, जो गलत हो रहा है. एप से जो भी संशय विश्वविद्यालय में पैदा हो रहा है उसे मिटाया जा सकेगा.
पूर्णिया में हुए इस सीनेट बैठक में कुलपति प्रोफेसर राजनाथ यादव ने मिथिला पाग पहनाकर राज्यपाल का स्वागत किया. राज्यपाल ने यहां कहा कि बिहार में 1 लाख विद्यार्थियों पर केवल 7 महाविद्यालय हैं, जबकि देश में औसतन 1 लाख विद्यार्थियों पर 30 महाविद्यालय होने चाहिए. इस कमी को ध्यान में रखने की जरूरत है तभी शिक्षा का स्तर राज्य में ऊंचा हो पाएगा.