शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा बिहार दौरे पर पहुंचे हैं. दो दिवसीय दौरे में भाजपा नेता नड्डा कई सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों की सौगात राज्य को देने वाले हैं. जिसमें पटना से लेकर मुजफ्फरपुर, दरभंगा, भागलपुर, गया, मुजफ्फरपुर शामिल है. भाजपा नेता के आगमन से एक तरफ जहां महागठबंधन खेमा स्वागत की तैयारी और खुशियों में जुटा हुआ है, तो वहीं इसी खेमे के एक वरिष्ठ पूर्व केंद्रीय मंत्री उदास हो गए हैं.
दरअसल भागलपुर सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल उद्घाटन समारोह में जेपी नड्डा शामिल होंगे. जिसमें उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, बिहार सरकार के मंत्रियों समेत भागलपुर के सांसद, एमएलसी अन्य विधायकों को आमंत्रित किया गया है. मगर इस कार्यक्रम से अश्विनी चौबे को किनारे कर दिया गया है. जिसके बाद उनका दर्द जग जाहिर हो गया. अश्विनी चौबे ने इससे उदास होकर सीएम नीतीश कुमार को पत्र लिख दिया.
सीएम को पत्र लिखकर अश्विनी चौबे ने दर्द बयां किया. जिसमें उन्होंने लिखा कि इस शुभ अवसर पर मुझे भागलपुर का एक नागरिक होने के नाते आमंत्रित भी नहीं किया गया. जिसका मुझे अपार कष्ट है. मगर समय बड़ा बलवान होता है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आगे लिखा कि निर्माण से लेकर अब तक दो दर्जन से अधिक बार इस अस्पताल का निरीक्षण कर चुका हूं. लगातार राज्य सरकार से उद्घाटन को लेकर पत्राचार करता रहा, लेकिन यह उस वक्त नहीं हो सका. अब जब हो रहा है तो यह अच्छी बात है. लेकिन जिस तरह सिर्फ ओपीडी में सलाह, दवा और जांच मायागंज में हो रहा है यह गलत है.
अस्पताल की सुविधाओं में कमी को उठाते हुए मंत्री ने आगे लिखा कि मरीजों को जो सुविधा मिलनी चाहिए वह नहीं मिल पा रही हैं. इंडोर भी शुरू होना था, मगर वह भी नहीं हो पाया. लगातार 10 सालों तक बक्सर का सांसद और पांच बार भागलपुर से विधायक, 16 साल तक मंत्रिपरिषद का सदस्य रहा. इस दौरान कई उल्लेखनीय काम किए, इसलिए भी इस जगह से मेरा जुड़ाव स्वाभाविक है. यही वजह है कि इस बात का मलाल है कि अपने कार्यकाल में इस अस्पताल की शुरुआत नहीं करा सका.
भागलपुर के बरारी क्षेत्र में 200 करोड़ से बने सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के मुख्य द्वार के पास पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे का होर्डिंग भी लगा है. जिसमें अस्पताल निर्माण में अश्वनी चौबे के विशेष प्रयासों का श्रेय दिया गया है.
बता दें कि इसके पहले भी लोकसभा चुनाव के दौरान बक्सर से अश्विनी चौबे का टिकट कट गया था. जिस दौरान भी उनका दर्द छलक लग गया था.