गुरुवार को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में महिला पहलवानों के साथ यौन शोषण मामले में सुनवाई हुई. भाजपा सांसद और डब्लूएफआई के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह से यौन उत्पीड़न मामले में सुनवाई हुई. सुनवाई के बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है, जिसे 26 अप्रैल को सुनाया जाएगा.
बृजभूषण सिंह ने कोर्ट में अर्जी दयार कर जांच नए सिरे से करने के लिए आवेदन किया था. उन्होंने दावा किया कि घटना के दिन वह भारत में नहीं थे. बृजभूषण सिंह ने दावा किया कि 7 दिसंबर 2022 को वह दिल्ली में मौजूद नहीं थे. इसलिए इन आरोपों की जांच होनी चाहिए.
सुनवाई के दौरान बृजभूषण सिंह ने कहा कि दफ्तर में शिकायतकर्ता गई थी, तब उसके साथ छेड़छाड़ हुई थी. लेकिन इस दौरान वह देश में नहीं थे. इसको सिद्ध करने के लिए अपने पासपोर्ट की कॉपी भी लगाई है.
बृजभूषण सिंह के इस्तीफे की मांग
दिल्ली पुलिस ने जून 2020 में बृजभूषण के खिलाफ चार्ज शीट दायर की थी. उत्तर प्रदेश के कैसरगंज सांसद के खिलाफ धारा 354, 354-A, 354-D और 506 के मामला दर्ज किया गया है.
विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता विनेश फोगाट और दो अन्य पहलवानों ने डब्लूएफआई के पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ उत्पीड़न का आरोप लगाया था और प्रदर्शन किया था. जनवरी में कई दिनों तक बृजभूषण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों ने प्रदर्शन किया था. महिला पहलवानों के प्रदर्शन को विपक्ष के कई नेताओं का भी समर्थन मिला था. महिला पहलवानों ने महासंघ को भंग कर बृजभूषण सिंह के इस्तीफे की मांग रखी थी.
बृजभूषण सिंह उत्तर प्रदेश से कैसेरगंज सीट से 2009 से सांसद है. कैसरगंज लोकसभा सीट पर पांचवें चरण में 20 मई को वोटिंग होनी है. इसके लिए 26 अप्रैल से नामांकन शुरू होगा और 3 मई को आखिरी नामांकन की तारीख रखी गई है. इस सीट से उम्मीदवार का नाम फाइनल नहीं किया है. हालांकि तरबगंज विधायक प्रेम नारायण पांडे और करनैलगंज विधायक अजय सिंह को मजबूत दावेदार माना जा रहा है.