संसद में आज से मानसून सत्र की शुरुआत हो गई है. जिसके पहले पीएम मोदी ने आज सुबह संसद में मीडिया को 21 मिनट तक संबोधित किया. अपने संबोधन में पीएम ने बजट सत्र को विकसित भारत की नींव रखने वाला बताया. साथ ही उन्होंने अपने तीसरे कार्यकाल का भी जिक्र किया. देश की अर्थव्यवस्था का भी जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि हर देशवासी के लिए यह गर्व की बात है कि भारत बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों में सबसे गति से आगे बढ़ रहा है.
पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि देश बहुत बारीकी से देख रहा है कि संसद का यह सत्र सकारात्मक हो. चुनाव खत्म हो चुके हैं, लेकिन अब अगले साढ़े 4 साल तक देश के लिए काम करने का वक्त है. जनवरी 2029 चुनाव का साल होगा, आप मैदान में जाएं, आप सदन का भी इस्तेमाल कर लें. 6 महीने जो खेल खेलना है, खेल लीजिए, लेकिन तब तक देश के गरीब, किसान, महिलाओं के सामर्थ्य के लिए काम कीजिए.
बजट पेशकश को लेकर पीएम ने कहा कि इस बजट से में देशवासियों को जो गारंटी दे रहा हूं, क्रम स्वरूप से उन गारंटी को जमीन पर उतरना इस लक्ष्य को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं. यह बजट अमृत काल का महत्वपूर्ण बजट है. हमें जो 5 साल का वक्त मिला है, आज का बजट हमारे 5 साल के कार्यकाल की दिशा तय करेगा और 2047 तक आजादी के 100 साल होंगे, तब की विकसित भारत की नींव रखने का काम करेगा.
भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर पीएम ने कहा कि भारत बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश में सबसे तेजी से आगे बढ़ रहा है. गत 3 सालों में लगातार 8% ग्रंथ के साथ भारत ने तरक्की की है. पीएम ने आगे कहा कि तीसरी बार हम सत्ता में वापस आए हैं. भारत के लोकतंत्र की जो अभियंता है उसमें यह एक महत्वपूर्ण पड़ाव है. व्यक्तिगत रूप से मुझे और हमारे सभी साथियों को लगता है कि यह अत्यंत गर्व की बात है कि 60 साल के बाद कोई सरकार तीसरी बार वापस आई है. इस तीसरी पारी का पहला बजट रखने का सौभाग्य प्राप्त हो. भारत के लोकतंत्र के गौरव यात्रा को देश देख रहा है.
पीएम ने कहा कि मैं देश के सभी सांसदों से चाहे वह किसी भी दल के क्यों ना हो, कहना चाहता हूं कि हम गत जनवरी से लेकर हमारे पास जितना सामर्थ्य था, उस सामर्थ्य को लेकर जितनी लड़ाई लड़नी थी, लड़ ली. जनता के बीच जो बात कहनी थी, कह दी. इस दौरान किसी ने राह दिखाई, तो किसी ने गुमराह करने की कोशिश की. देशवासियों ने इसी में अपना फैसला दे दिया. अब चुने हुए सांसदों और राजनीतिक दलों की जिम्मेदारी है कि वह आने वाले 5 सालों के लिए देश के लिए जूझने का प्रण लें. मैं सभी दलों से कहूंगा कि आईए हम साढ़े 4 साल तक दल से ऊपर उठकर सिर्फ देश को समर्पित होकर काम करें.
मालूम हो कि आज से संसद सत्र की शुरुआत हुई है, जिसमें बजट पेश किया जाएगा. यह सत्र 12 अगस्त तक चलने की संभावना है. इस 22 दिनों के अंदर 19 बैठकों का आयोजन किया जाएगा. सोमवार को पहले दिन भारत के आर्थिक सर्वेक्षण को संसद के पटल पर रखा जाएगा. 23 जुलाई को आम बजट पेश किया जाएगा और इसके बाद 6 नए बिल पेश किए जाएंगे.
सत्र के दौरान नीट और मणिपुर हिंसा जैसे चर्चाओं पर सत्र गर्म रह सकता है. साथ ही उत्तर प्रदेश के कावड़ यात्रा मार्ग पर दुकानदारों की पहचान उजागर करने पर भी विपक्ष केंद्र सरकार को घेर सकती है. इसके अलावा आंध्र प्रदेश, उड़ीसा और बिहार विशेष राज्य के दर्ज की मांग को हवा दे सकते हैं. जिसके लिए एनडीए गठबंधन ने शामिल दल भी सुर मिला सकते हैं.