झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन अपनी सरकार के मंत्रिमंडल का आज विस्तार करने वाले हैं. शुक्रवार को शाम 4:00 बजे राजभवन में नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी. मंत्रिमंडल के इस विस्तार को लेकर नए चेहरों की चर्चा तेज हो गई है.
इस बीच यह भी कहा जा रहा है कि बिहार की तर्ज पर झारखंड में भी दो डिप्टी सीएम बनाया जा सकते हैं. डिप्टी सीएम में सबसे पहला नाम हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन का है, वहीं कांग्रेस के सीएलजी आलमगीर आलम के भी डिप्टी सीएम बनाए जाने की बात कही जा रही है. झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस ने अपने संभावित मंत्रियों की सूची को भी अभी तक जारी नहीं किया है. इस छुपन छुपाई के खेल में सभी मंत्रियों ने भी अपने जबान पर ताला लगा लिया है. दोनों दलों के नेताओं का कहना है कि मंत्री बनने जा रहे हैं विधायकों के नाम का ऐलान सही समय पर कर दिया जाएगा.
हेमंत सोरेन की सरकार में कैबिनेट में 11 मंत्री
23 फरवरी से झारखंड विधानसभा का बजट सत्र भी शुरू होना है ऐसे में आज मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद सभी मंत्रियों को विभाग का जिम्मा सौंपा जाएगा.
आज के पहले 8 फरवरी को भी कैबिनेट विस्तार के लिए राजभवन की तरफ से सहमति दी गई थी, लेकिन बाद में इसे अपरिहार्य कारणों की वजह से स्थगित कर दिया गया था. जिसके बाद 16 फरवरी की नई तारीख तय की गई थी. आज की तारीख पर राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन ने सहमति देते हुए 3:00 बजे का समय दिया था जिसे बढ़ाकर 4:00 बजे कर दिया गया.
राजनीतिक सूत्रों के अनुसार नए कैबिनेट में चार पांच नए चेहरे को जगह मिल सकती है, जिनमे कुछ झामुमो और कुछ कांग्रेस की तरफ से हो सकते हैं. सूत्रों के अनुसार इस बार 12वां मंत्री भी शपथ ले सकता है, जिसे कांग्रेस कोटा से लाया जा रहा है. हेमंत सोरेन की सरकार में कैबिनेट में 11 मंत्री थे, जिसमें लगातार 12वें मंत्री को जगह देने की बात बार-बार सामने आ रही थी. कांग्रेस कोटे से चार मंत्री में से तीन मंत्रियों का मंत्रालय भी बदला जाएगा, हालांकि यह तीन मंत्री कौन होंगे इनका अभी तक खुलासा नहीं किया गया है.
अबतक झारखंड में 12 मुख्यमंत्रियों ने शपथ ली है, जिसमें बाबूलाल मरांडी (भाजपा) 2 साल 4 महीने के लिए राज्य के पहले सीएम बने थे. इसके बाद अर्जुन मुंडा (भाजपा), शिबू सोरेन (झामुमो), मधु कोड़ा (निर्दलीय), रघुवर दास (भाजपा), हेमंत सोरेन (झामुमो), चंपई सोरेन (झामुमो) से मुख्य्मंत्री बने हैं.
31 जनवरी को झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के गिरफ्तारी के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद 2 फरवरी को विशेष राजनीतिक परिस्थितियों के बीच चंपई सोरेन ने दो नेताओं के साथ मिलकर नई सरकार का गठन किया था, जिसमें कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम और राजद विधायक सत्यानंद भोक्ता ने मंत्री पद की शपथ ली थी. इसके बाद 5 फरवरी को विधानसभा में नई सरकार का फ्लोर टेस्ट भी हुआ था. वोटिंग में सरकार के पक्ष में 47 वोट पड़े थे. इस फ्लोर टेस्ट में झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने भी विशेष अदालत से परमिशन लेकर पहुंचे थे. 1 घंटे के लिए सदन में मौजूद रहे हेमंत सोरेन ने अपने खिलाफ चल रहे जमीन घोटाला मामले में खुद को दोषी होने से साफ़ इनकार किया था और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला था.