बिहार में भीषण गर्मी से एक बार फिर बच्चों में होने वाला चमकी बुखार अपना पैर पसार रहा है. राज्य में चमकी बुखार से करीब दो दर्जन बच्चे बीमार पड़ गए हैं. ताजा मामला बिहार के मोतिहारी जिले से सामने आया है, जहां एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम यानी AES (चमकी बुखार) की पुष्टि हुई है. मोतिहारी में एक ढाई साल के बच्चे में AES की पुष्टि की गई है.
मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल में भी चमकी बुखार के मामले बढ़ गए हैं. अबतक कुल 24 मामलों की पुष्टि की गई है, जिसमें आधे मुजफ्फरपुर से हैं. 12 केस मुजफ्फरपुर के अलग-अलग प्रखंड से हैं, जबकि अन्य 12 केस मोतिहारी, वैशाली, सीतामढ़ी, शिवहर और गोपालगंज जिले से मिले हैं. बीते पांच दिनों में चार नए केस की भी पुष्टि हुई है.
चमकी बुखार के मामले बढ़ने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर आ गया है. स्वास्थ्य विभाग ने इस बीमारी के रोकथाम के लिए पूरी ताकत लगा दी है. AES को लेकर जन जागरूकता अभियान भी डोर टू डोर चलाया जा रहा है. पीएचसी से लेकर सदर अस्पताल और एसकेएमसीएच के PICU वार्ड में विशेष इंतजाम किए गए हैं.
नोडल पदाधिकारी डॉक्टर सतीश कुमार ने बताया कि गर्मी बढ़ने और उमस की वजह से चमकी बुखार के मामले बढ़ने लगे हैं. इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है. अब तक 24 के सामने आए हैं, जिसमें अच्छी बात यह रही है कि किसी भी बच्चे की मौत नहीं हुई है. जिला और राज्य स्तर पर इस बीमारी की मॉनिटरिंग की जा रही है.